उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. दयाशंकर मिश्र "दयालु" ने प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय में जनसुनवाई की। आयुष मंत्री का मानना है कि जनता और शासन के मध्य संवाद सदैव बना रहना चाहिए तभी हम जनता की दुख, तकलीफ और समस्याओं को जान पाएंगे तथा समस्याओं के समाधान का मार्ग प्रशस्त होगा। जनसुनवाई के दौरान मंत्री डा. दयाशंकर मिश्र "दयालु" ने सभी फरियादियों को पर्याप्त समय दिया और फरियादियों की सभी समस्याओं को सुना। घंटो तक चली जनसुनवाई में ज्यादातर मामलों का त्वरित समाधान किया गया। जनसुनवाई के दौरान कई मामले पुलिस विभाग, कॉलेज में प्रवेश संबंधी आये, जिसका उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया।
प्राप्त शिकायतों व प्रार्थना पत्रों में मुख्य रूप से बीएचयू के छात्र अनुज सिंह ने शिकायत दर्ज करवाई कि विश्वविद्यालय विभाग की घोर लापरवाही के कारण उसका अंक पत्र देर से प्रकाशित किया गया जिसके चलते दीक्षांत समारोह में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त होने के बावजूद पदक नही मिल सका और विभाग के अधिकारीगणों को सुचित करने के बाद भी कोई सुनवाई नही हो रही है। एक और मामले में मछरहट्टा रामनगर निवासी विशाल सिंह ने गुहार लगाई कि विगत दिनों कुछ अज्ञात लोंगो द्वारा उसपर हमला किया गया लेकिन पुलिस विभाग द्वारा उचित कार्रवाई नही की गई। एक अन्य मामले में सिकरौल निवासी इब्राहिम ने गुहार लगाई कि अजीमिया अरविक स्कूल ट्रस्ट की संपत्ति पर दंबगो द्वारा अवैध कब्जा किया गया है और कहीं कोई सुनवाई नही हो रही है। इस तरह के अनेक मामलों का संज्ञान लेते हुए मंत्री डा.दयाशंकर मिश्र "दयालु" ने संबंधित विभाग को अविलंब कार्रवाई के निर्देश दिए और कई मामलों का त्वरित निस्तारण किया।
जनसुनवाई में कार्यालय प्रभारी शिवशरण पाठक, मंत्री डा. "दयालु" के जनसंपर्क अधिकारी गौरव राठी, संतोष सैनी, कौशल मिश्रा सहयोगी के रूप में उपस्थित रहे।