अपर नगर आयुक्त ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर के गंगा द्वार के बगल में मणिकर्णिका घाट अवस्थित है जहाँ से दाह संस्कार की प्रक्रिया 24X7 की जाती है। जहां दाह संस्कार करने वाले राख व शव पर माल्यापर्ण गंगा में प्रविष्टि कर दी जाती है। जिसे नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा निरंतर व नियमित रूप से गंगा जलस्तर व पानी के अन्दर से छान कर साफ कर दिया जाता है।
यहां यह भी अवगत कराना है कि राख की प्रवाह को रोकने के लिए नगर निगम द्वारा स्टील की जाली लगाने की प्रक्रिया प्रचलन में है एवं पानी के अन्दर तैर रहे अवशेषों की सफाई हैन स्कीमर क्रय करने की प्रक्रिया की जा रही है।