पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भारतीय जनता पार्टी के रोहनिया स्थित काशी क्षेत्र मुख्यालय पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर भाजपा के प्रदेश सह-प्रभारी सुनील ओझा एवं क्षेत्र अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने राष्ट्र ध्वज फहराया। श्री ओझा ने देश की रक्षा में अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की उन्होंने गणतंत्र दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि भारत प्रजातांत्रिक देश है और आज का भारत महान ताकत बन कर उभरा है, आज भारत को कोई आंख नही दिखा सकता हमसे लड़ाई लड़ने वाले हमारे पड़ोसी मुल्क ने 1948, 1965, 1971 एवं 1999 में कारगिल में हमसे युद्ध किया और हर बार मुंह की खाई आज उस पड़ोसी मुल्क की स्थिति बिगड़ चुकी है और यह बात किसी से छिपी नही है उन्होंने इस अवसर पर अपने शुभकामना संदेश में कहा कि सभी देश वासी संविधान का सम्मान एवं लोकतंत्र में आस्था रखते हुए आपसी सौहार्द व एकता के साथ देश व प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों में अपना योगदान दें।
काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने इस अवसर पर सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि भारत की आन-बान-शान के लिए देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले वीर सपूतों ने जिस भारत की कल्पना की थी,देश वासी उस सपने को साकार करने के लिए काम कर रहें है। देश आज चिकित्सा, शिक्षा,विज्ञान,रक्षा,कृषि आदि हर क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित कर रहा है। इस अवसर पर सभी ने राष्ट्र गान गाया, तत्पश्चात मिष्ठान वितरण किया गया।
इस अवसर पर क्षेत्र अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, हंसराज विश्वकर्मा, प्रेम प्रकाश कपूर, मनीष कपूर, धर्मेंद्र सिंह, अशोक चौरसिया, डॉ सुदामा पटेल, राजेश राजभर, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, श्रीप्रकाश शुक्ला, उदयप्रताप सिंह "पप्पू", राकेश सिंह अलगू, जयनाथ मिश्रा, हेमंत सिंह, अपराजिता सोनकर, आरती सेठ, राजू विश्वकर्मा सहित सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
काशी के सांसद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाहरनगर, भेलूपुर स्थित संसदीय कार्यालय पर प्रदेश भाजपा के सह-प्रभारी सुनील ओझा ने राष्ट्र ध्वज फहराया तत्पश्चात सभी ने राष्ट्र गान किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, विद्यासागर राय, हंसराज विश्वकर्मा, डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, मृदुला जायसवाल, शिवशरण पाठक, मनीष कपूर, अशोक चौरासिया, धर्मेंद्र सिंह, नवरतन राठी, नागेंद्र जी, नवीन कपूर, डॉ. रचना अग्रवाल, गीता शास्त्री, नंदजी पांडेय, मधुप सिंह, शैलेन्द्र मिश्रा, जगन्नाथ ओझा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।