चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी मिले गैरहाजिर
वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.संदीप चौधरी ने गुरुवार को शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुर्गाकुण्ड का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान चिकित्सक समेत कर्इ स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी से गैरहाजिर मिले। साथ ही मिली कमियों पर उन्होंने नाराजगी जतायी और उसे फौरन दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी गुरुवार को पूर्वाह्न अचानक सीएचसी दुर्गाकुण्ड पहुंचे। निरीक्षण के समय उपस्थिति रजिस्टर के अवलोकन पर उन्होंने डा. सोनल त्रिपाठी, डा० आर्सिया, डा० वैंकट कृष्ण आर एनेस्थिसिया को अनुपस्थित पाया जबकि डा० सारिका राय ने 12 जनवरी से 20 जनवरी तक उपस्थिति रजिस्टर में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं की थी। इसके अलावा सुदमी वार्डव्याय, शुभम मिश्रा बीएचडब्लू रंजीत कुमार श्रीवास्तव, सालिनी डीपीसी, चेतन श्रीवास्तव डीपीए रवि कुमार स्टाफनर्स नीतू कुमार स्टाफनर्स भी 19 जनवरी से 20 जनवरी तक अनुपस्थित पाये गये गये। अनिल कुमार और नरेन्द्र गुप्ता एल०टी० भी अनुपस्थित पाये गये । इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए अनुपस्थित पाये गये चिकित्साधिकारियो/कर्मचारियों का उक्त दिवस का वेतन अदेय करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय के अन्दर वाटर कूलर के पास तथा अन्य स्थानो पर गंदगी पायी गयी । इस पर उन्होंने निर्देशित किया कि चिकित्सालय की साफ सफाई को अविलम्ब कराना सुनिश्चित करे। ओ०पी०डी०कक्ष के निरीक्षण में कोर्इ चिकित्सक वहां उपस्थित नहीं मिला। इस कारण रोगी बाहर एवं अन्दर चिकित्सक का इन्तजार कर रहे थे।औषधि कक्ष का निरीक्षण में पाया गया कि कक्ष में सभी दवाये व्यवस्थित तरीके से रखा हुआ था और साफ सफाई संतोषजनक था उन्होंने सम्बंधित फार्मासिस्ट को ड्रग लिस्ट के अनुसार दवा रखने हेतु निर्देशित किया और निर्धारित समय से उपस्थित होकर कार्य करने एवं औधषि कक्ष की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने का आदेश दिया। पैथालॉजी में सभी उपकरण व सामान अव्यवस्थित तरीके से रखा हुआ था, लैब टेक्नीशियन मानसी को उसे व्यवस्थित तरीके से रखने हेतु उन्होंने निर्देश दिया। सीएमओ ने निर्देश दिया कि सभी चिकित्साधिकारी एवं कर्मचारी अपनी ड्यूटी समय से और निर्धारित ड्रेस कोड में अपने कक्ष में बैठकर करें। चिकित्सालय में सभी ड्यूटियां ड्यूटी रोस्टर के अनुसार सम्पादित की जाय तथा उनका डिस्प्ले भी किया जाय। मरीजों एवं उनके परिजनो हेतु शुद्ध पेय जल की व्यवस्था की जाये। मरीजों के लिये स्ट्रेचर एवं व्हीलचेयर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये।