अंतर्राष्ट्रीय संगीतकार प्रेम जोशुआ ने अपने भावपूर्ण प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया
वाराणसी। एससीओ (शंघाई कॉर्पोरेशन लिमिटेड) नामक अंतर्राष्ट्रीय समूह द्वारा पहली बार काशी को विश्व की सांस्कृतिक राजधानी का दर्जा दिया गया। इस उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए काशी में 17 से 20 जनवरी के दौरान बिल्कुल अनोखे 'हॉट एयर बैलून एंड बोट फेस्टिवल' का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य एससीओ प्रतिनिधिमंडल को इस प्राचीन नगरी और इसके अनोखे स्वरूप की एक झलक प्रदान करना है।
इस महोत्सव के दूसरे दिन दस हॉट एयर बैलून ने उड़ान भरी जिसमें अतिथियों ने शहर के बेमिसाल और भव्य नजारे को देखा, और सभी बैलून नगर के प्रसिद्ध घाटों तथा पवित्र मंदिर के इर्द-गिर्द मंडराते हुए नजर आए। दूसरे दिन भी बारह टीमों ने अपने-अपने विशिष्ट नामों के अनुरूप बेहद रोमांचक मुकाबले में एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी। काशी कीपर्स ने 13:59:31 मिनट के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिसके बाद गंगा लाहिरी ने दूसरा और जल योद्धा ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसके बाद 'स्ट्रीट्स ऑफ द काशी' नामक एक बेजोड़ कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें मनीष अरोड़ा, अनिल शर्मा, सुरेश जांगित जैसे कई जाने-माने घरेलू कलाकारों की प्रतिभा को जनता के सामने प्रदर्शित किया गया। इसके अलावा शहर के युवाओं ने राजघाट पर एक चित्रकला और फेस पेंटिंग प्रतियोगिता में भी भाग लिया। सुप्रसिद्ध इतिहासकार, शांति स्वरूप सिन्हा ने भी काशी में प्रचलित विभिन्न पौराणिक कथाओं और इतिहास में घटित घटनाओं का मौखिक वर्णन करने के उद्देश्य से जनता के लिए हेरिटेज वॉक की अगुवाई की। आज के कार्यक्रम के अंत में मशहूर अंतर्राष्ट्रीय संगीतकार, प्रेम जोशुआ ने अपनी भावपूर्ण प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, और उनकी प्रस्तुति में काशी में विभिन्न सभ्यताओं के संगम और यहाँ की आध्यात्मिकता की झलक दिखाई दी।