आज दिनांक 14.01.2023 को मुग्धा सिन्हा, संयुक्त सचिव, सांस्कृतिक मंत्रालय, भारत सरकार की अध्यक्षता में वाराणसी में “कल्चरल स्पेस के विकास कार्य” विषयक बैठक आहूत की गई।
बैठक में मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, ज़िलाधिकारी एस० राजलिंगम, नगर आयुक्त प्रणय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल एवं स्मार्ट सिटी, पर्यटन, पुरातत्व विभाग समेत अन्य विभागों से अधिकारिगण उपस्थित रहे।
उक्त बैठक संबंधित मुख्य बिंदु निम्नवत् है -
1.सर्वप्रथम मुग्धा सिन्हा, संयुक्त सचिव, सांस्कृतिक मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा यह अवगत कराया की मा० प्रधानमंत्री जी की कल्पना के अनुरूप देश में सांस्कृतिक मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वाराणसी समेत कोलकत्ता, दिल्ली, मुंबई एवं अहमदाबाद में कल्चरल स्पेस के विकास हेतु कार्य किया जा रहा है।
2.इन शहरों में कल्चरल स्पेस की परिकल्पना तथा संबंधित प्रस्तावनाओं का व्याख्यान, प्रेज़ेंटेशन के माध्यम से दिया गया।
3.संयुक्त सचिव द्वारा बताया गया की वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, नमो घाट समेत अन्य स्थलों पर चिन्हित स्थानों को कल्चरल स्पेस के रूप में विकसित किया जा सकता है जिसमें कैलेंडर के अनुसार नियमित रूप से काशी की विशाल सांकृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहरों के माहात्म्य को प्रसारित करने हेतु कार्यक्रमों, लिटरेरी फेस्टिवल समेत अन्य जनभागीदारी के कार्यक्रमों को आयोजित किया जा सकता है।
4.मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा द्वारा कहा गया की सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा वाराणसी में कल्चरल स्पेस के रूप में विकसित किया जाने हेतु हर्ष व्यक्त किया।
5. मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा द्वारा कहा गया की वाराणसी में विगत वर्षों में लाईट एंड साउंड शो, देव दीपावली पर प्रोजेक्शन शो, ग्रीन फ़ायरक्रैकर आदि के विभिन्न कार्यक्रम कराये जा रहे हैं तथा आगामी वर्ष से 6 माह हेतु बोट रेस, बलून फेस्टिवल तथा जी-२० सम्मेलन तथा शंघाई सहयोग संगठन के सम्मेलनों के दृष्टिगत विभिन्न कार्यक्रमों को आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में नित्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु कैलेंडर बनाया जा रहा है। देव दीपावली से 7 दिन पूर्व से ही वाराणसी में वृहद् कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है। भविष्य में टेंट सिटी में भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकता है।
6.ज़िलाधिकारी एस० राजलिंगम द्वारा बताया गया की वाराणसी में गुजराती, तमिल, उड़िया समेत अन्य समाज के अनेकों परिवार कई दशकों से काशी में जीवनयापन कर रहे हैं। कल्चरल स्पेस में इन समाजों हेतु भी कार्यक्रमों का आयोजन किए जाना चाहिए। साथ ही हेरिटेज वॉक तथा घाट वॉक हेतु कंटेंट को घाटों से जुड़े ऐतिहासिक, पारंपरिक, भौगोलिक बिंदुओं को सत्यापित कर ऑडियो गाइड आदि के माध्यम से बताया जाए।
7.नगर आयुक्त प्रणय सिंह द्वारा यह कहा गया की वाराणसी में मिनी इण्डिया के तर्ज़ के कार्यक्रम किया जाना चाहिए जिससे वाराणसी में देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रमों को वाराणसी में आयोजित किया जाए। साथ ही वाराणसी की कल्चरल ब्रांडिंग तथा युवा-आधारित कार्यक्रमों को आयोजित किया जा सके।
8.मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा द्वारा यह सुझाव दिया गया की दक्षिण पूर्वी बौद्ध देशों को भी वाराणसी में प्रस्तावित कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाए तथा नदी पर्यटन को भी कार्यक्रमों को जोड़ा जाए।
9.मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने कहा कि कल्चर स्पेस में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम जैसे क्विज़ीन फेस्टिवल, बुक फेस्टिवल आदि भी आयोजित किया जा सकता है।
10.संयुक्त सचिव द्वारा बैठक में प्रतिभाग कर रहे विभागों, विश्वविद्यालयों, संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी कल्चरल स्पेस के विकास कार्य संबंधित सुझाव जाने गए ।
11.संयुक्त सचिव द्वारा यह कहा गया कि वाराणसी हेतु एक पॉडकॉस्ट सर्विस पर भी कार्य किया जाए तथा प्रस्तावित कार्यक्रमों के अनुसार युववर्ग को विभिन्न मापदंडों के अनुसार वर्गीकृत करने की आवश्यकता है साथ ही एक विस्तृत कार्यायोजना पर भी कार्य किया जाए।