11 वीं बटालियन एनडीआरएफ, वाराणसी के जवानों के तनाव प्रबंधन एवं दक्षता के विकास हेतु कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में एक दिवसीय तनाव प्रबंधन एवं योग शिविर का आयोजन किया गया। जिसे संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि आज मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से अनेक शारीरिक एवं मानसिक समस्याएं आ रही हैं, जिसे मोबाइल के प्रयोग को कम करके नियंत्रित किया जा सकता है। अपने उत्तरदायित्व के साथ-साथ अपने शौक को भी पर्याप्त समय प्रदान करने से भी तनाव में कमी आती है। स्वामी विवेकानंद स्मारक राजकीय चिकित्सालय भेलूपुर के वरिष्ठ योग प्रशिक्षक मनीष पांडेय ने जवानों को जीवन में योग के महत्व को समझाया। एनडीआरएफ 11वीं बटालियन वाराणसी के सहायक कमांडेंट रवि सिंह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि कठिनाइयां सभी के जीवन में आती है उनका धैर्य पूर्वक सामना करने से कठिन समय भी बीत जाता है व सुखद समय वापस आ जाता है।
शिविर में आयुष विभाग, वाराणसी के द्वारा आयुष किट का वितरण जवानों में किया गया तथा उसके उपयोग की विधि के सम्बन्ध में बीएचयू से आयी श्रेया सिंह द्वारा विस्तार से बताया गया।
विदित है कि एनडीआरएफ के बचावकर्मी विकट परिस्थितियों में आपदा के समय राहत-बचाव कार्यों में निरंतर जुटे रहते है और इसके साथ ही कोरोना काल में भी राहत कार्यों में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई है। इन दायित्वों का सार्थक निर्वहन करने के लिए बचावकर्मियों को शारिरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से सुदृढ़ होना बेहद जरुरी होता है।