कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने रामनाथ चौधरी शोध संस्थान सुन्दरपुर नरिया में अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के प्रथम राष्ट्रीय कार्यकारिणी के चार दिवसीय होने वाले अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। मारवाड़ी युवा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष कपिल लखोटिया, उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष अनुराग, काशी शाखा के अध्यक्ष उमेश जुगाई, और अन्य शाखाओं के अध्यक्ष और पदाधिकारियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कमिश्नर कौशल राज शर्मा को अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के द्वारा शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। और माणक पत्रिका के प्रबंधक संपादक दीपक मेहता के द्वारा माणक पत्रिका भेंट की गई। अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के द्वारा आयुक्त कौशल राज शर्मा को 'समाज गौरव सम्मान' से सम्मानित करने की घोषणा की गई।
कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने कहा कि अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के राष्ट्रीय अधिवेशन में सबसे पहले उन भाई-बहनों का स्वागत करता हूं जो बाहर से वाराणसी में पधारे हैं वाराणसी में चार दिवसीय कार्यक्रम में सम्मिलित हुए हैं काशी के अलावा बाहरी लोगों को काशी के दुर्लभ चीजों को जानने का अवसर प्राप्त होगा। कमिश्नर कौशल राज शर्मा मारवाड़ी युवा मंच के साथ अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि मुझे मारवाड़ी युवा मंच के विषय में ज्यादा जानकारी नहीं थी लेकिन 2008 का वर्ष था जब सबसे पहले मुझे इसके विषय में जानने का अवसर मिला, आयुक्त ने बताया कि जब मैं आजमगढ़ का एसडीएम था उसी दौरान मुझे अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच से जुड़ने का अवसर मिला तभी मुझे मारवाड़ी युवा मंच के विषय में जानकारी मिली थी। आयुक्त ने बताया कि आजमगढ़ की शाखा बहुत बड़ी शाखा नहीं थी परंतु उस शाखा में भी राष्ट्रीय अध्यक्ष का उपस्थित रहना और कार्यकर्ताओं को प्रेरित करना और कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना यही दिखाता है कि नेता की क्या पहचान होती है, नेता बनना कोई बड़ी बात नहीं है बड़ी बात यह है कि नेता को जमीनी स्तर तक पहुंच कर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना बड़ी बात है तभी महसूस हुआ कि मारवाड़ी युवा मंच सुरक्षित हाथों में है।
कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि मारवाड़ी समाज जनसेवा के लिए पूरी तरह समर्पित रहता है वह अनेक प्रकार से समाज सेवी कार्य करता रहता है जिसके द्वारा समाज को अनेक प्रकार से लाभ होता है आयुक्त ने बताया कि मारवाड़ी समाज बरेली में 8- 10 दिन का कैंप लगाकर शरीर के कृत्रिम अंगों को निःशुल्क उपलब्ध कराते हैं इसके लिए जयपुर से टीम आती है और पैर की माप लेकर वहीं पर बनाकर वितरण करती है और इसके माध्यम से मारवाड़ी समाज, समाज की नि:स्वार्थ सेवा करती है। उन्होंने बताया कि कोविड के समय काशी में मास्क, भोजन आदि की व्यवस्था हमारी मारवाड़ी समाज की माताओं बहनों ने बनाकर जरूरत मंदो को उपलब्ध करवाया था जिसकी प्रशंसा प्रधानमंत्री जी ने की थी और मारवाड़ी समाज की माताओं बहनों के साथ विचार साझा किया था। उन्होंने बताया कि जब दवाइयों की जरूरत पड़ी थी तो मारवाड़ी समाज के लोगों ने ही दवाइयों के पैकेट बनाकर जरूरतमंदों के लिए उपलब्ध करवाए थे यह बहुत बड़ी बात है जो मारवाड़ी समाज ने नि:स्वार्थ रूप से सेवा की थी। और साथ ही बताया कि गवर्नर मैडम आयी थी और उनकी इच्छा थी कि कुपोषित बच्चों को पौष्टिक भोजन चालू करें इसके लिए मैंने मारवाड़ी समाज की महिलाओं को बुलाया और वह तैयार हो गई और एक सप्ताह के बाद गवर्नर मैडम के साथ जाकर गांव में मारवाड़ी युवा मंच का लोगो लगा हुआ बैग 'पौष्टिक पोटली' बांटी। इसके बाद मारवाड़ी समाज की माताओं व बहनों ने 'पौष्टिक पोटली' बांटी।
अखिल भारतीय मारवाड़ी मंच के अध्यक्ष ने बताया कि यह चार दिवसीय अधिवेशन पहली बार उत्तर प्रदेश के बनारस शहर में हो रहा है। अध्यक्ष ने बताया कि 792 शाखाओं के साथ पूरे विश्व में अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच परचम लहराया जा रहा है और साथ ही बताया कि 22 से 25 दिसंबर तक वाराणसी शहर में चतुर्थ दशम 'काशी कुंभ'2022 के रूप में अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच अधिवेशन किया जा रहा है जिसमें 3000 से अधिक युवा पूरे विश्व से आ रहे हैं।मुख्य पंडाल के पास बड़े आकार के फूलों से सजा शिवलिंग का प्रतिकृति लोगों के आकर्षण का केंद्र व सेल्फी प्वाइंट बना हुआ है। मुख्य द्वार से प्रवेश करने पर दोनों तरफ काशी के धरोहर मंदिर काशी विश्वनाथ धाम काल भैरव संकट मोचन मंदिर दुर्गा मंदिर पार्श्वनाथ बिंदुमाधव मशाननाथ बीएचयू विश्वनाथ मंदिर नवदुर्गा शक्तियों सहित अन्य मंदिरों का कटआउट तस्वीर मनमोहक लग रहा है। मुख्य पंडाल के पीछे भाग में राजनेता लाल बहादुर शास्त्री राम मनोहर लोहिया पंडित मदन मोहन मालवीय सांस्कृतिक कलाकार भारत रत्न पंडित रविशंकर पंडित किशन महाराज सितारा देवी बागेश्वरी देवी साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद, भारतेंदु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद व संत समाज तैलंग स्वामी, बाबा कीनाराम, संत कबीरदास, तुलसीदास व मुख्य द्वार पर पूर्व काशी नरेश डॉक्टर विभूति नारायण सिंह का तस्वीर भी आकर्षण का केंद्र है।कार्यक्रम स्थल पर युवा महिलाओं द्वारा मेहंदी श्रृंगार के माध्यम से नेत्रदान महादान का संदेश दिया जा रहा है।मंच बाजार व राजस्थानी खानपान का मनमोहक रूप देखने को मिल रहा है।