डैलिम्स रोहनिया में धूम-धाम से संम्पन हुआ त्रिदिवसीय वार्षिकोत्सव युवा महोत्सव 2022
कहते हैं कि 'जहां चाह वहां राह। यदि हम किसी भी कार्य को करने के लिए ठान ले, तो यह कठिन हो सकता है, पर नामुमकिन नहीं। इसी प्रकार का संकल्प 1972 में सनबीम की स्थापना से पूर्व मैडम दीश इशरत ने लिया था, और उन्होंने अपने दृढ़ इच्छाशक्ति से इसे पूरा भी कर दिखाया।इस वर्ष के युवा महोत्सव की प्रस्तुति सनबीम के इसी सुहाने सफर को अनेकानेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच जीवंत मंचन कर किया गया।
18 दिसंबर 2022, दिन रविवार को 'डैलिम्स सनबीम स्कूल' की रोहनिया शाखा के मुक्ताकाशीय विशाल मंच पर सायं 4:00 बजे रंग बिरंगे एवं आकर्षक परिधानों में सुसज्जित रोहनिया, मोहिनी कुंज, और पहाड़िया के बच्चे अपने सुरीले गीत-संगीत एवं नृत्य से शाम को सुरमई बना रहे थे।
अवसर था त्रिदिवसीय वार्षिकोत्सव युवा महोत्सव 2022 के द्वितीय दिवस का। इस वर्ष का वार्षिकोत्सव डैलिम्स सनबीम की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जयंती के रूप में अपना सुनहरा सफर मना रहा है आज के मुख्य अतिथि के रुप में श्री प्रतीक द्विवेदी जी (मुख्य पत्रकार) तथा विशिष्ट अतिथिओ में पद्मश्री सम्मानित सपत्नीक पंडित राजेश्वर आचार्य जी, श्री कीर्तिमान श्रीवास्तव (क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी) सेपा वाराणसी के निदेशक डॉ पृथ्वीश नाग जी एवं डॉ. लेनिन रघुवंशी जी रहे।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि गण के साथ संस्था के अध्यक्ष डॉक्टर प्रदीप 'बाबा' मधोक, निदेशिका श्रीमती पूजा मधोक,अतिरिक्त निदेशक श्रीमती अलीशा मधोक वालिया, श्री माहिर मधोक तथा श्रीमती फ़िजा मधोक व प्रधानाचार्य श्रीमती गुरमीत कौर ने सामूहिक रुप से मंगलाचरण के साथ विद्यालय के संस्थापकद्वय डॉ. अमृतलाल इशरत एवं मैडम दीश इशरत के चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया।
तत्पश्चात विद्यालय के छात्रों ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथिओ तथा उपस्थित अभिभावकों के सम्मान में तबला एवं सितार वादन के साथ गायत्री मंत्र की अद्भुत प्रस्तुति की। इसी के साथ रोहनिया तथा पहाड़ियां शाखा के रॉक-बैंड 'रुद्राक्ष' में जूनियर एवं सीनियर कक्षाओं के लगभग 100 छात्रों द्वारा भारतीय तथा पश्यचात्य वाद्ययंत्रों की धमाकेदार प्रस्तुति पर दर्शक देर तक झूमते रहे।
तदोपरांत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का स्वागत संस्था के अध्यक्ष,निदेशिका एवं अतरिक्त निदेशक व निदशिकाओं द्वारा पुष्प-गुच्छ, उत्तरीय, उपहार एवं स्मृति-चिन्ह भेंट कर किया गया।
अपने स्वागत भाषण में संस्था के अध्यक्ष महोदय ने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों एवं अभिभावकों का अभिनंदन करते हुए कहा कि आप सभी की उपस्थिति संस्था एवं बच्चों के लिए प्रेरणादायक है, मुझे अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है कि डैलिम्स सनबीम का यह सफर कठिन अवश्य था, परंतु आप सभी के प्रेम, विश्वास और सहयोग से हमारे लिए आसान बनता गया। मुझे आशा है कि आपका विश्वास हमे आगे भी ऐसे ही मिलता रहेगा। वार्षिक उत्सव का मुख्य आकर्षण डैलिम्स के सुहाने सफर को नृत्य-गीत-संगीत और अभिनय के साथ मैडम दीश इशरत तथा डॉ. अमृतलाल इशरत के जीवन को नाटक के रूप में प्रस्तुत करना था। जिसने दर्शकों को अंत तक बांधे रखा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच संस्था के मेधावी छात्रों को वर्ष भर प्राप्त होने वाली उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
हर्षतिरेक के इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके द्वारा प्रस्तुत एक से बढ़कर एक रंगारंग कार्यक्रमों एवं अभिनयों को देख कर कहा कि इतना मनोहर कार्यक्रम मात्र अनुशासन, लगन एवं अभ्यास से ही संभव हो सकता है। आज के समय में बच्चों के सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी विद्यालयों पर ही है। हमने देखा कि डैलिम्स के सुहानें सफर के प्रदर्शन से आज की युवा पीढ़ी को अत्यधिक प्रेरणा मिलेगी।
इस अवसर पर संस्था की निदेशिका श्रीमती पूजा मधोक ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि संस्था के बच्चों के चौमुखी विकास हेतु हर प्रकार के संसाधन उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं, जिससे उनका शैक्षणिक, मानसिक एवं शारीरिक विकास होता रहे। इस प्रकार के विशाल स्तर पर वर्षिकोत्सव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य भी संस्था की ओर से इसी कड़ी का एक महत्वपूर्ण कदम है।
कार्यक्रम में डैलिम्स सनबीम स्कूल सत्र 2023-24 के कैलेंडर का विमोचन मुख्य अतिथि द्वारा किया गया। कैलेंडर के थीम के बारे में डैलिम्स सनबीम स्कूल सिगरा की प्रधानाचार्य ने अवगत कराया।