काशी के जैन समाज ने उपरोक्त मांग केंद्र सरकार और झारखंड सरकार से पुरजोर तरह से उठाई। सभा गव की अगुवाई करते हुए दिगम्बर जैन महा समिति वाराणसी संभाग के अध्यक्ष ड्रा के के जैन और महामंत्री श्री राकेश जैन ने कहा कि शांतिप्रिय और सरकार को सबसे अधिक राजस्व देने वाला अहिंसक जैन समाज के सबसे पवित्र स्थल श्री सम्मे द शिखर जी को झारखंड सरकार द्वारा साजिश के तहत पर्यटन स्थल घोषित किया जा रहा है वो सम्पूर्ण भारत वर्ष के जैन समाज को कतई स्वीकार नहीं है।जैन समाज किसी भी कीमत पर इसको पर्यटन का क्षेत्र नहीं बनने देगा। अवसर पर उपस्थित संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री प्रदीप चंद जैन और बिहारी लाल दिगम्बर जैन मन्दिर के प्रबंधक भूपेंद्र कुमार जैन और अरुण कुमार जैन ने उपरोक्त प्रकरण न सुलझने पर भारत बन्द के आव्हान की चेतावनी दी। समाजसेवी प्रमोद बागड़ा ,विनोद जैन,नेम चंद जैन और सुधीर कुमार पोद्दार ने समेद्द शिखर जी के प्रकरण को जल्द से जल्द नहीं सुलझने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी। उपस्थित समस्त लोगो ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से इस प्रकरण में हस्तक्षेप कर जैन समाज के साथ न्याय की अपील की है इस अवसर पर श्री आरसी जैन,प्रतीक जैन,राजकुमार जैन,अनूप जैन,पुनीत जैन,सूर्या जैन ,आशा जैन,पद्मावती महिला मण्डल की पदाधिकारी उषा जैन , राजुल बागड़ा बागड़ा,रजनी जैन, इत्यादि महिलाओं ने भी अपना रोष प्रकट किया। जैन समाज ने जुलूस निकाल कर रास्ते में विरोध प्रकट करते हुए कोतवाली पहुंच कर प्रधान मंत्री जी को प्रेषित ज्ञापन एसीपी कोतवाली प्रतीक कुमार को दिया।जिसमें सम्मेद शिखर जी को जैन समाज को सौंपने और जैन धार्मिक स्थल घोषित करने की मांग की गई है।