काशी तमिल संगमम् की सांस्कृतिक संध्या के अवसर पर आज मुख्य अतिथि के रूप में पीयूष गोयल ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि यह एक महीने का कार्यक्रम अपने आप में एक अनोखा प्रयोग है इसका भारत का इतिहास गवाह बनेगा। इसके जरिए भारत को जोड़ने का काम किया भारत देश को एक करने का काम किया। पूरे देश को एक संदेश भेजा कि हमारा जो अतीत है हमारा जो इतिहास है हमारी जो विरासत है। कैसे इस देश की अलग अलग संस्कृति और सभ्यता ने मिलकर भारत को एक महान देश बनाया इस देश को एक विश्व शक्ति बनाने की ओर अग्रसर किया। काशी और तमिल का जो अटूट सम्बन्ध है उसको पुनः एक बार मोदी जी ने उजागर किया है। आत्म निर्भर भारत की उनकी कल्पना व स्वदेशी का कथन साकार हो रहा है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पीयूष गोयल, वाणिज्य और उद्योग मंत्री, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा के अलावा एल. मुरुगन, राज्य मंत्री, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी और सूचना एवं प्रसारण, दर्शना जरदोश, रेल राज्य मंत्री मौजूद रहीं। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने मुख्य अतिथि व अन्य मंत्रीगण का स्वागत किया। कार्यक्रम में सीमा वर्मा द्वारा गायन की प्रस्तुति, मेघना कुमार द्वारा गायन की, माला होम्बल एवं छात्रों द्वारा भरतनाट्यम नृत्य की प्रस्तुति की गई। इसके अलावा थेरुकुथु दुरई, कुंडैयार थंडलम, सुभाष तिरुनेलवेली की प्रस्तुति को श्रोताओं ने खूब सराहा।