मदन मोहन मालवीय जी कि जन्म 25 दिसम्बर 1861 को संगम के नगरी प्रयागराज में हुआ था। महामना जी भारत के पहले और अन्तिम व्यक्ति थे जिन्हें महामना की सम्मानजनक उपाधि से विभूषित किया गया। पत्रकारिता, वकालत, समाज सुधार, मातृ भाषा तथा भारत माता की सेवा में अपना जीवन अर्पण करने वाले इस महान व्यक्ति ने जिस विश्वविद्यालय की स्थापना की उसमें उनकी परिकल्पना ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षित करके देश सेवा के लिये तैयार करने की थी जो देश का मस्तक गौरव से ऊँचा कर सकें। यही बातों को अपने अंदर आत्मा में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के एक छात्र नितेश कुमार राय जो एक अच्छे राष्ट्रीय प्लेयर होने के साथ काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातक एवं परास्नातक में अपना परचम लहराया तथा पुनः महामना जी के आशीर्वाद से उन्होंने विश्वविद्यालय में दाखिला प्राप्त कर लिए।
नितेश कुमार राय ने जैसे महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी सत्य, ब्रह्मचर्य, व्यायाम, देशभक्ति तथा आत्मत्याग में अद्वितीय थे। इन समस्त आचरणों पर वे केवल उपदेश ही नहीं दिया करते थे अपितु स्वयं उनका पालन भी किया करते थे।
जो 25 दिसम्बर 2022 को समस्त छात्र छात्राओं द्वारा किया जाएगा, जिसकी पूरी प्रबंधन नितेश कुमार राय और उनके सहयोगी छात्र छात्राओं द्वारा मिलकर भाव्य किया जाएगा।
इसलिए आप सभी काशी वासियों से हम समस्त छात्र छात्राओं प्रार्थना करते हैं कि आप लोग अधिक से अधिक संख्या में आकर प्रसाद ग्रहण करें।