वाराणसी में बाहर से आये लोगों द्वारा मतदान प्रभावीत होने के मसले को लेकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को सबोधित करते हुए लिखा कि, हम यह संज्ञान कराना चाहते हैं कि वाराणसी के होटल, गेस्ट हाउस एवं लाज तथा भाजपा पदाधिकारियों के घरों पर बहुत बड़े पैमाने पर वाराणसी से बाहर के लोग चुनाव प्रचार के उद्देश्य से टिके रहे हैं और इनसे चुनाव प्रचार अवधि समाप्त होने के बाद भी नगर मुक्त नहीं है। अत: ऐसे स्थानों पर बड़े पैमाने पर छापे डाले जांय और चाहे जो भी बाहरी लोग हों, उनसे तत्काल वाराणसी को मुक्त कराया जाय।
ऐसी चर्चा है कि प्रत्याशी के नाते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी चुनाव प्रचार अवधि समाप्त होने के बाद और मतदान के दिन भी वाराणसी में रहकर चुनाव प्रबन्धन एवं भ्रमण करना चाहते हैं। यदि यह सत्य है तो प्रत्याशी के रूप में उनके क्षेत्र में रहने के हक पर कोई आपत्ति किये बिना हम प्रधानमंत्री के पद प्रोटोकाल एवं सुरक्षा के आधार पर प्रयुक्त होने वाली लंबी फ्लीट के साथ भ्रमण की अनुमति पर स्पष्ट आपत्ति दर्ज कराते हैं। इससे प्रतिबंधित प्रचार अवधि में भी वह अघोषित रोड शो जैसी स्थिति खड़ी करेंगे, जैसा उन्होंने विधानसभा चुनाव में महज वोट देने के लिये जाने के अधिकार का प्रयोग करते हुये मणिनगर, अहमदाबाद में किया था। वहां उनकी पार्टी द्वारा पहले से नियोजित भीड़ के बीच बाकायदा रोड शो और यहां तक कि गाड़ी के खुले गेट से खड़े हो हांथ हिलाते हुये उनके द्वारा रोड शो का आगाज खड़ा किया था।
इस संदर्भ में उल्लेखनीय है कि कि यदि मतदान के दिन वह लंबी फ्लीट एवं मार्गों पर आवागमन अवरोध के साथ प्रधानमंत्री के सुरक्षा मानकों के अनुरूप भ्रमण करते हैं, तो मतदाताओं का स्वतंत्र मतदान संचरण बाधित होगा और मतदान प्रभावित भी। यदि मार्ग अवरोध के बिना उनकी फ्लीट घूमती है तो रोड शो जैसी स्थिति बनेगी। इस स्थिति में वैसे ही काफिले के साथ हमारे प्रत्याशी भ्रमण के लिये बाध्य होंगे और अनावश्यक टकराव की स्थिति बनेगी। अत: यदि ऐसा प्रस्तावित है तो वह प्रशासन की व्यवस्था पर विश्वास कर इससे विरत रहें और चुनाव प्रशासन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दे।