काशी तमिल संगमम के दूसरे दिन काशी और तमिल के लोगों में खासा उत्साह नजर आ रहा था। रविवार का दिन होने के नाते लोगों में जमकर उत्साह दिखा और लोग काशी के व्यंजन के साथ—साथ तमिल व्यंजन का लुत्फ उठाते भी नजर आए। एम्फी थियेटर ग्राउंड बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। पहली बार बनारस में आयोजित हो रहे इस तरह के आयोजन को लेकर काशीवासियों में जमकर उत्साह नजर भी आया। तमिलनाडु से आए प्रतिनिधिमंडल के अलावा बड़ी संख्या में काशी यात्रा पर आए तमिलनाडुवासियों के बीच इस कार्यक्रम को लेकर उत्सुकता रही। कमच्छा से आए एक परिवार ने बताया कि काशी तमिल संगमम के बारे में जबसे सुना है तब से इस कार्यक्रम में आने की इच्छा थी। संयोगवश संगमम के पहले रविवार को ही आने का मौका मिल गया। उत्तर और दक्षिण की संस्कृति का अनूठा समावेश इस कार्यक्रम में देखने को मिल रहा है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवाओं का उत्साह देखते बन रहा था। ग्रांउड में बने सेल्फी सेंटर पर जहां लोग सेल्फी लेने में दिलचस्पी दिखा रहे थे वहीं दूसरी ओर वणक्कम काशी का संबोधन कर काशीवासी तमिलनाडु के लोगों का स्वागत भी करते नजर आ रहे थे। डीएवी कॉलेज से आए छात्रों के एक समूह ने बताया कि यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। एक तरफ हमें तमिल की संस्कृति का बोध हो रहा है तो दूसरी तरफ हमें तमिलनाडु के लोगों से मिलकर वहां के बारे में जानने का अवसर मिल रहा है।
सांस्कृतिक संध्या में तमिलनाडु से आए कलाकारों ने दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के दूसरे दिन आयोजित सांस्कृतिक संध्या में भरतनाट्यम, कत्थक नृत्य के अलावा तमिलनाडु की स्थानीय कलाओं का प्रदर्शन भी कलाकारों ने किया। काशीवासी तमिल कलाकारों के प्रदर्शन को देखकर काफी उत्साहित नजर आए। इस दौरान कई गणमान्य अतिथि मौजूद थे।