सीएमओ ने चेताया आयुष्मान कार्डधारी का मुफ्त इलाज न करने पर होगी कार्रवाई
मुख्य चिकित्सा अधिकारी(सीएमओ) डा. संदीप चौधरी के हस्तक्षेप पर बुधवार देर रात ब्रेनहेमरेज से पीड़ित पत्रकार का निःशुल्क उपचार आयुष्मान भारत–प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की मदद से पूरा हो सका। आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी निजी चिकित्सालय उनका निःशुल्क उपचार करने में आनाकानी कर रहा था। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ ने सम्बन्धित अस्पताल से जवाब तलब किया है साथ ही अन्य निजी अस्पतालों को भी चेतावनी दी है कि आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी किसी अस्पताल ने यदि निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान नहीं की तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी ।
पलामू (झारखंड) के वरिष्ठ पत्रकार परमानंद चौधरी का ब्रेनहेमरेज हो गया। हालत नाजुक देख परिजन उन्हें लेकर वाराणसी लाये और यहां अस्सी स्थित ओरियाना अस्पताल में भर्ती कराया गया। परमानंद चौधरी के परिजनों के अनुसार अस्पताल में परमानंद चौधरी के उपचार के लिए पैसा जमा करने के लिए कहा गया। परमानंद चौधरी का आयुष्मान कार्ड दिखाने के बाद भी उनके निःशुल्क उपचार में आनाकानी की जाती रही। तब परिजनों ने ट्विटर व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये मामले की शिकायत सीएमओ व अन्य अधिकारियों से की। मामला संज्ञान में आते ही सीएमओ ने तत्काल ओरियाना अस्पताल से सम्पर्क कर पत्रकार परमानंद चौधरी का आयुष्मान कार्ड के जरिये निःशुल्क उपचार करने का निर्देश दिया। सीएमओ के हस्तक्षेप पर निजी अस्पताल ने तत्काल उपचार शुरू कर दिया । साथ ही उन्होने त्वरित कार्रवाई की पत्रकार परमानंद चौधरी के परिजनों के अलावा पलामू के पत्रकार संगठनों ने सराहना की। इस बीच सीएमओ ने इस मामले में निजी अस्पताल ओरियाना से जवाब तलब किया है। उन्होंने ओरियाना अस्पताल को पत्र भेज कर कहा है कि आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को नियमानुसार मुफ्त इलाज/सुविधा न मिलने की उक्त चिकित्सालय के विरुद्ध लगातार शिकायते प्राप्त हो रही है जो कि अत्यंत ही खेद का विषय है। लिहाजा इस संबंध मे दो कार्य दिवस के अंदर अपना स्पस्टीकरण दें। पत्र में सीएमओ ने यह भी निर्देश दिया है कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के अंतर्गत चिकित्सालय में भर्ती किसी भी मरीज का निःशुल्क उपचार करने की बजाय यदि उससे इलाज में कोई खर्च लिया गया है, तो उसे तत्काल लौटाया जाय वर्ना अस्पताल का पंजीयन निरस्त करने के साथ ही मामले में कड़ी कार्रवाई की जायेगी । सीएमओ ने जिले के अन्य अस्पतालों को भी चेताया है कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्डधारक के मुफ्त उपचार में यदि किसी भी निजी चिकित्सालय ने हीलाहवाली की तो वह कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। दूसरी ओर गुरुवार को योजना के नोडल अधिकारी डॉ आरके सिंह और जिला कार्यान्वयन इकाई की टीम के साथ ओरियाना अस्पताल पहुंची और वहां भर्ती आयुष्मान कार्डधारक परमानंद चौधरी के उपचार के सम्बन्ध में जानकारी ली। टीम में डा. पूजा जायसवाल, ईं. नवेन्द्र सिंह व सागर गुप्ता शामिल थे।