MENU

भारत की दो पौराणिक संस्कृतियों के मिलन की गवाह बनने जा रही काशी: सुनील ओझा



 18/Nov/22

पीएम मोदी के नेतृत्व में हो रहा सांस्कृतिक पुनरुत्थान का कार्य : सुब्रत पाठक

काशी तमिल संगमम में आने वाले अतिथियों का भाजपा करेगी भव्य स्वागत : महेश चंद श्रीवास्तव

ऐतिहासिक नगरी काशी आज से भारत की दो पौराणिक संस्कृतियों के मिलन की गवाह बनने जा रही है। भारतीय सनातन संस्‍कृति के दो पौराणिक केंद्र विश्‍वेश्‍वर और रामेश्‍वर के मिलन के लिए काशी नगरी तैयार है। एक महीने तक चलने वाले काशी-तमिल संगमम में इस बार "एक भारत श्रेष्‍ठ भारत" की थीम है। इसी थीम पर काशी को भी सजाया जा रहा है। इस मौके पर उत्तर-दक्षिण की संस्‍कृतियों, परंपरा, खानपान और शैलियों का संगम तो होगा ही, तमिलनाडु के 12 प्रमुख मठों के महंतों को सम्‍मानित किया जाएगा।

उक्त बातें काशी तमिल संगमम एवं पीएम मोदी की जनसभा की तैयारियों को लेकर पूर्वान्ह 10 बजे से सायं 4 बजे तक सर्किट हाऊस में क्षेत्र, जिला, महानगर,मंडलों एवं व्यवस्था में लगे कार्यकर्ताओ की क्रमवार चली बैठको के दौरान भाजपा प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने कही।

सुनील ओझा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी भी देश की दो संस्कृतियों के संगम में सम्मिलित होंगे। काशी हिंदू विश्‍वविद्यालय (बीएचयू) के एम्फीथिएटर मैदान में बनाए गए भव्‍य पंडाल में 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में तमिल संगमम का उद‌्घाटन होगा तत्पश्चात पीएम मोदी एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। कहा कि इस जनसभा के लिए वाराणसी जिला व महानगर के प्रत्येक वार्ड से 200 की संख्या का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

कन्नोज के सांसद एवं प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जब से केंद्र में सरकार बनी है तब से सांस्कृतिक पुनरुत्थान का कार्य हो रहा है। अयोध्या, केदारनाथ, काशी विश्वनाथ , महाकाल इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। काशी की बात करें तो पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र में काशी की पौराणिकता को कायम रखते हुए विकास के जो मापदंड स्थापित किए, वह अभूतपूर्व है कहा कि काशी में एक माह तक चलने वाला काशी तमिल संगमम एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने वाला होगा। कहा कि काशीवासी इस दौरान तमिल संस्कृति से परिचित होंगे काशी वासीयों द्वारा तमिलनाडु से जुड़ी खानपान, क्राफ्ट, वहां के छोटे उद्योग धंधों से जुड़े उत्पाद, कला संस्कृति से जुड़े स्टॉल लगाए जाएंगे। इस पूरे परिक्षेत्र में काशी के लोग आकर के तमिलनाडु के सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के बारे में जानकारी भी ले सकेंगे। इस पूरे एक माह के दौरान यहां पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे हर 2 दिन पर दो सौ से ढाई सौ के लोगों का एक ग्रुप वाराणसी आएगा।

भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि काशी तमिल संगमम में आने वाले अतिथि 12 ग्रुपो में आएंगे जिनके भव्य स्वागत से लेकर भ्रमण, दर्शन,पूजन, आदि के लिए भारतीय जनता पार्टी ने भव्य तैयारियां की है। संगमम में आने वाले अतिथियों का स्टेशन पर माल्यापर्ण किया जाएगा, पटका पहनाया जाएगा एवं उनके ऊपर गुलाब के पंखुरियों की वर्षा की जाएगी, स्टेशन पर उनके लिए हेल्प काउंटर बनाया जाएगा व चाय बिस्कुट आदि की व्यवस्था की जाएगी।

क्षेत्रीय अध्यक्ष ने कहा कि काशी तमिल संगमम में आने वाले अतिथियों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ ना हो इसके लिए पार्टी ने प्रत्येक ग्रुप के सहयोग के लिए अलग अलग टीमें बनाई है जो अतिथियों के आगमन से लेकर प्रस्थान तक उनकी मदद करेगी। कहा कि इसके लिए क्षेत्र, जिला, महानगर एवं मंडल स्तर पर टीमो का गठन किया गया है।

बैठक में भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, प्रदेश मंत्री मीना चौबे, जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष विद्या सागर राय, अशोक चौरसिया, सुशील त्रिपाठी, राकेश शर्मा, अशोक तिवारी, सुदामा पटेल, राजेश राजभर, प्रदीप अग्रहरि, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, सह मीडिया प्रभारी संतोष सोलापुरकर, नवीन कपूर, जगदीश त्रिपाठी, अशोक पटेल, संजय सोनकर, प्रवीण सिंह गौतम, सुरेंद्र पटेल, मधुकर चित्रांश, साधना वेदांती, गीता शास्त्री, आलोक श्रीवास्तव, अभिषेक मिश्रा, सुरेश सिंह, रौनी वर्मा, इं अशोक यादव, विनिता सिंह आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे।

 


इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

8114


सबरंग