सत्या फाउंडेशन द्वारा वाराणसी के सन वैली पब्लिक स्कूल में पटाखा विरोधी शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सभी विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि पटाखों का पूर्ण बहिष्कार करेंगे और केवल देशी मिट्टी के दीयों का प्रयोग करेंगे। इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए संस्था के सचिव चेतन उपाध्याय ने बताया कि दीपावली दिये का त्यौहार है और इसलिए केवल मिट्टी के दीयों का प्रयोग करके दीपावली के त्यौहार को मनायें। कुछ लोग अपनी नासमझी के चलते सिर्फ 1 दिन की बात कह कर पटाखों का प्रयोग करते हैं जिसके चलते अगले चार-पांच दिनों तक पूरा का पूरा वातावरण प्रदूषित हो जाता है। आदमी तो आदमी, पशु पक्षी भी परेशान और बेहाल हो जाते हैं। विशेष रूप से नवजात शिशु, बीमार रोगी, वृद्ध जन बहुत अधिक प्रताड़ित होते हैं। सबसे अधिक परेशान तो अस्थमा (दमा) के मरीज होते हैं जिनकी दीपावली की रात से अगले 4-5 दिनों तक छटपटाहट और तड़पड़ाहट बहुत अधिक बढ़ जाती है। हर साल आतिशबाजी के चलते आगजनी के कारण अरबों रुपए की संपत्ति स्वाहा हो जाती है। आतिशबाजी के चलते, हर साल दीपावली की रात अस्पतालों के बर्न वार्ड पूरी तरह से भर जाते हैं। कितने ही लोगों का कान का पर्दा फट जाता है और कितने ही लोगों की आँखों की रोशनी चली जाती है। और ना जाने कितने ही लोग काल-कवलित हो जाते हैं। चेतन उपाध्याय ने विद्यार्थियों से कहा की जिस तरह से जन आंदोलन के चलते सती प्रथा का अंत हुआ ठीक उसी तरह से जन आंदोलन के चलते ही पटाखा संस्कृति का अंत होगा।
सत्या फाउंडेशन के सचिव चेतन उपाध्याय ने विद्यार्थियों से कहा कि दीपावली की रात 10 बजे के बाद आतिशबाजी के खिलाफ पुलिस के 112 नंबर पर खुल कर शिकायत करें। जो लोग खुल कर सामने नहीं आना चाहते, ऐसे लोग गुप्त शिकायत के लिए यूपी पुलिस के डायल 112 के वाट्सअप नंबर - 7570000100 पर लिखित रूप में गुप्त शिकायत यह सेवा 100% विश्वसनीय है। बस अपनी लिखित शिकायत के अंत में लिख दें: 'कृपया मेरा नाम और नंबर गुप्त रखा जाये PLEASE KEEP MY NAME AND NUMBER SECRET' और आपका नाम गोपनीय ही रहेगा।
विस्तृत सम्बोधन के उपरान्त सन वैली पब्लिक स्कूल के सभी छात्र-छात्राओं ने संकल्प लिया कि दीयों के त्यौहार, दीपावली के दिन केवल देशी मिट्टी के दीये जलायेंगे और किसी भी स्थिति में पटाखों का एकदम प्रयोग नहीं करेंगे। प्रधानाचार्या श्रीमती ममता कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।