रोटरी क्लब वाराणसी सेन्ट्रल द्वारा ग्रामीण गरीब महिलाओं को नारी श्रृंगार योजना के अंतर्गत रविवार को इण्डियन पब्लिक इंटर कॉलेज, जंसा में 1500 साड़ियों का वितरित किया गया। जंसा के आसपास 10 गांव से प्रधानों को बुलाकर गाँव की महिलाओं को यह लाभ पहुचाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने अपने संबोधनों में रोटरी क्लबों के समाजसेवा प्रकल्पों और कार्यक्रमों की सराहना की तथा रोटरी संगठनों को आश्वासन दिया कि यदि वह ऐसे समाजसेवा के कार्यक्रम करतें है, तो उत्तर प्रदेश सरकार यथासंभव सहयोग के लिए तत्पर रहेगी। विशिष्ट अतिथि रो. अनिल अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में मंडल में 91 रोटरी क्लब सेवारत है जिनकी सदस्य संख्या 4000 है। रोटरी का मूल उद्देश्य निष्काम भाव से समाज और जनमानस की सेवा करना है। रोटरी क्लब वाराणसी सेंट्रल के कार्यक्रमों की भूरी भूरी प्रसंशा की। आप दोनों अतिथि द्वय ने क्लब के अध्यक्ष रो. मनोज जाजोदिया के विजन और सेवा कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक नीलू पटेल जी उपस्थित थे।
क्लब के इस सत्र में समाजसेवा के विजन वाले अध्यक्ष रो. मनोज कुमार जाजोदिया की नई पहल में यह सोच रखना कि जैसे हम शहर वाले नए कपड़े पहनते है वैसे ही इस दीपावली गांव की महिलाएं भी नए वस्त्र धारण करें अतः ग्रामीण महिलाओं को खुशी स्वरूप साड़ियां प्रदान की गई। जैसे शहरों के बडे लोग प्रायः सम्मानित होते है लेकिन इन 10 गाओं के 1500 परिवारों को चिन्हित कर टेक्सटाइल नगरी सूरत से उच्च क्वालिटी की साड़ियां उपहार स्वरूप देना एक अलग अनुभव था। इस कार्यक्रम के प्रेरणा स्त्रोत पूर्व अध्य्क्ष रो. उमाशंकर पोद्दार तथा पूर्व अध्यक्ष रो. प्रदीप अग्रवाल है जो सदैव व्यक्तिगत रूप से विभिन्न जन सेवार्थ कार्यरत सेवा ट्रस्टों से जुड़े है। कार्यक्रम का संचालन रो. पवन सिंह ने किया। अध्यक्षता रो. मनोज कुमार जाजोदिया ने किया।
इस कार्यक्रम में रोटेरियन संजीव शाह, अजय सिंह, सतीश बजाज, धीरेंद्र मोरोलिया, मधु शाह, गौरव राठी, अजय गौतम, संदीप तुलस्यान, संज य गुप्ता, राज कपूर, डॉ गौरव गुप्ता, राजेश भाटिया अनिल जाजोदिया, अजीत मेहरोत्रा, उषा सिंह, नीता मारोलिया, रेखा कपुर, गोबिंद किशनानी, सुधांशु सक्सेना, ललित गुप्ता, सीमा अग्रवाल, स्मिता भार्गव, आशा जाजोदिया तथा कई अन्य रोटरी साथी सदस्य उपस्थित थे। धन्यवाद डॉ ऋतु गर्ग ने किया।