एक बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा है की यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 3 दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा हुई। लेकिन 11 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अपने ही आदेश का अनुपालन न करते हुए नजर आए वे देश के गृहमंत्री अमित शाह के साथ वाराणसी में बैठक किये और मुख्यमंत्री बिहार कार्यक्रम में शामिल हुए यह पूर्ण रूप से राजकीय शोक की अवहेलना है। आश्चर्य तो इस बात का है की मुख्यमंत्री ने अपना 100वां दौरा वाराणसी में पूरा किये परन्तु हृदय विदारक घटना भदोही के औराई पूजा पंडाल में आग से झुलसे लोग जो बड़ी संख्या में बीएचयू, ट्रामा सेंटर में भर्ती है उनका हालचाल जानने नही गए। देश के गृहमंत्री भी पीडि़तजनों का हालचाल जानना उचित नही समझे हैं। प्रदेश के मुखिया के कथनी और करनी में फर्क साफ दिख रहा है। लोकतंत्र व संविधान को ताख पर रखना भारतीय जनता पार्टी के आदतों में शुमार है। अपने ही आदेश का अवहेलना मुख्यमंत्री के कार्यशैली व अनुशासन पर सवाल है। 100वां वाराणसी दौरा और पीड़ितों से न मिलना उनके असंवेदनशील का उदाहरण है। ऐसे में आम जनमानस सरकार से क्या उम्मीद करे? मार्केटिंग के तले मुद्दों को छुपाया नही जा सकता है। गृहमंत्री अमित शाह प्रोपेगैंडा मशीन बन गए हैं। सरकारी संस्थान पर कब्जा कर और आईटी सेल के दम पर झूठ परोसना भाजपा की प्राथमिकता हो गई है। अपने ही आदेश अवहेलना मुख्यमंत्री के कार्यशैली पर सवाल है।