विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर वाहिनीं के मनोरंजन हाल में मानसिक रोग एवं स्वास्थ्य के संबंध में एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। सेनानायक डॉ. राजीव नारायण मिश्र ने कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि अवसाद, चिंता और अन्य मानसिक विकारों जैसी स्थितियों के इलाज के लिए परामर्श पहला और प्राथमिक कदम है। इतना ही नहीं, यह जीवन के प्रति एक नए दृष्टिकोण के माध्यम से समग्र मानसिक कल्याण और व्यक्ति के विकास में मदद करता है। मुख्य वक्ता वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. अजय तिवारी द्वारा मानसिक रोगों के प्रारंभिक लक्षणों एवं उनके उपचार के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। कार्यशाला के दौरान वाहिनी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अंबुज गुप्ता द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन का हवाला देते हुए अवगत कराया गया कि लगभग 7.5 प्रतिशत भारतीय, किसी न किसी मानसिक विकार से पीड़ित हैं। कोरोना महामारी ने मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर छोड़ा है। आवश्यकता है कि हम आगे आकर मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक उपक्रम करें।
यह कार्यशाला दो सत्रों में आयोजित की गई प्रथम सत्र में बड़ी संख्या में वाहिनी के जवानों ने प्रतिभाग किया गया। दूसरे सत्र में वाहिनी के कर्मियों के परिवारीजनों ने जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं एवं बच्चे शामिल थे, प्रतिभाग किया गया और लाभान्वित हुए। दूसरे सत्र में पीएसी महिला कल्याण केंद्र की अध्यक्षा श्रीमती दीपिका मिश्रा द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।
कार्यशाला के समापन पर सेनानायक डॉ राजीव नारायण मिश्र, आईपीएस द्वारा सभी को धन्यवाद दिया गया। इस कार्यक्रम में वाहिनी के सहायक सेनानायक शिव नारायण, शिविरपाल देवपाल, सूबेदार मेजर रणजीत तिवारी, सहायक शिविर पाल विंध्यवासिनी पांडे एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।