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सनबीम लहरतारा के बच्चों ने पंडित साजन मिश्र से सीखे संगीत के गुर



 12/Sep/22

सनबीम के स्वर्ण जयंती के अवसर पर सिडबी एवं स्पिक मैके की ओर से आयोजित की गई विशेष कार्यशाला

स्पिक मैके युवाओं में भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रचार प्रसार के लिए सुविख्यात संस्था है। सिडबी के विशेष सहयोग से सनबीम शिक्षण समूह के 50 वर्षों के उपलब्धि पूर्ण यात्रा के अवसर पर सनबीम लहरतारा में स्पिक मैके द्वारा 5 दिवसीय शास्त्रीय संगीत की कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बतौर गुरु एवं प्रशिक्षक, विख्यात गायक पद्मभूषण से सम्मानित पंडित साजन मिश्र सम्मिलित हुए एवं बच्चों को संगीत के साथ साथ जीवन की सार का भी ज्ञान दिया। संगीत किस तरह अथक साधना, अडिग समर्पण से मिलता है यह बात साजन मिश्र ने कार्यशाला में बच्चों को सिखाया। कार्यशाला का समापन दिनांक 10 सितम्बर को किया गया। सनबीम की संस्थापिका स्वर्गीय श्रीमती दीश इशरत मधोक का जन्मदिन भी 10 सितम्बर को मनाया जाता है। इसी कड़ी में यह कार्यक्रम उनको समर्पित किया गया। उत्तर प्रदेश में पहली बार आधुनिक शिक्षा की अलख जगाने वाली श्रीमती दीश इशरत मधोक ने शिक्षा के नये आयाम तैयार किये। समापन समारोह में सिद्ध शर्मा, सारंग मिश्रा, विमर्श श्रीवास्तव, वाणी जायसवाल, श्रद्धा मिश्रा, अतुल्या अस्थाना, धारा जायसवाल, समृद्धि सिंघानिया सहित अन्य 40 से भी अधिक विद्यार्थियों ने प्रस्तुति दी। राग बैरागी भैरव में निबद्ध एकताल, मध्य लय तीनताल एवं द्रुत लय तीन ताल की रचना की प्रस्तुति दी। ततपश्चात् उन्होंने गुरु के सिखाये दो भजन "साधो ऐसा ही गुरु भावे" एवं "धन्य भाग्य सेवा का अवसर पाया" गाकर सुनाया।

इसके बाद स्वरप्रभाती कार्यक्रम में पंडित साजन मिश्र एवं उनके पुत्र स्वरांश मिश्र का युगल गायन हुआ । उन्होंने राग बसंत मुखारी की रचना की प्रस्तुति दी। ततपश्चात् राग शुद्ध भैरवी में "नाद को ना भेद पायो" और "भवानी दयानी" तबला वादन के माध्यम से राजेश मिश्रा, हारमोनियम पर पंडित धर्मनाथ मिश्र एवं सारंगी पर सुश्री शिवानी मिश्रा ने सहयोग प्रदान किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए सनबीम शिक्षण समूह की उपनिदेशिका श्रीमती अमृता बर्मन ने कहा कि यह हम सब का और विद्यार्थियों का सौभाग्य है कि हमें थोड़ा समय पंडित साजन मिश्र जी के साथ बिताने को मिला है, यह जीवन भर का ना भूल पाने वाला सुखद अनुभव है कि इतने बड़े कलाकार के पास बैठकर संगीत और जीवन का ज्ञान लेने का मौका मिला।

कलाकारों का अभिनंदन करते हुए सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष डॉ. दीपक मधोक एवं निदेशिका श्रीमती भारती मधोक ने कहा कि सनबीम शिक्षण समूह हमेशा संस्कृति के संरक्षण के लिए तैयार है और जब जैसा प्रयास सम्भव होगा हम अपने बच्चों के साथ इस यात्रा में यूँ ही आगे बढ़ते रहेंगे।

कार्यक्रम में विशेष रूप से स्पिक मैके के उमेश सेठ के अतिरिक्त श्रीमती अमरजीत नाग्याल, पंडित कन्हैया लाल मिश्र, रोहित मिश्र, विशाल कृष्ण, गौरव चक्रवर्ती, मीना मिश्रा, देव नारायण सहित अनेक संगीत साधक एवं अनुरागी उपस्थित रहें।


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