जाना चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का हाल, क्रियाशील मेडिकल टीमों की संख्या बढ़ी, शहर के अलावा ग्रामीण इलाके में नोडल अधिकारियों की हुई तैनाती
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने में स्वास्थ्य विभाग के प्रयास लगातार जारी है। इस बीच चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.संदीप चौधरी ने शनिवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में क्रियाशील मेडिकल टीमों की संख्या भी बढ़ा दी गयी है। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में नोडल अधिकारियों की तैनाती भी की गयी है।
बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.संदीप चौधरी ने शनिवार को पूर्वाह्न चिरईगांव के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र गोबरहा, भरथरा कला, भगथुआ एवं छितौनी का दौरा करने के साथ ही वहां स्थापित चिकित्सा शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होंने शिविर में मौजूद नागरिकों से उनके स्वास्थ्य व मिल रही चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों को उन्होंने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य शिविर में आने वाले लोगों का बेहतर उपचार करने के साथ ही उन्हें संक्रामक रोगों से बचने की सलाह भी दी जाय।
सीएमओ ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाके में शनिवार से सात और क्रियाशील मेडिकल टीमों की संख्या बढ़ा दी गयी है। इस तरह गठित 40 मेडिकल टीम में सक्रिय मेडिकल टीम की संख्या अब 18 हो चुकी है। इसके साथ ही शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में औषधियों व चिकित्सकों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारियों की भी तैनाती की गयी है। इसमें शहरी क्षेत्र में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.पीयूष राय, चिरईगांव ब्लाक में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.मोइजुद्दीन हाशमी, चोलापुर ब्लाक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एसएस कनौजिया, हरहुआ ब्लाक में उप जिला क्षय रोग अधिकारी डा.अमित सिंह, आराजी लाइन ब्लाक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.राजेश प्रसाद को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि सभी अधिकारी अपने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के साथ बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण कर चिकित्सकीय व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे।
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.पीयूष राय ने बताया कि शनिवार को बाढ़ राहत शिविरों में कुल 240 मरीज देखे गये। साथ ही ओआरएस के 180 पैकेट व क्लोरीन टेबलेट की 1360 गोलियां वितरित की गयी।