76वां स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर बनारस रेल इंजन कारखाना स्टेडियम में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ महाप्रबंधक सुश्री अंजली गोयल द्वारा ध्वजारोहण के साथ परेड द्वारा सलामी एवं राष्ट्रगान से हुआ। तत्पश्चात् महाप्रबंधक ने रेलवे सुरक्षा बल, सेंट जॉन्स एम्बुलेस ब्रिगेड एवं नागरिक सुरक्षा दल के इकाईयों के परेड का निरीक्षण किया। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हुई महाप्रबंधक ने कहा कि आजादी के 75 साल की गौरवशाली यात्रा के पूरा होने अर्थात् अमृत काल में प्रवेश करने पर आज हम सभी हर्ष एवं उल्लास का अनुभाव कर रहे हैं । इस अमृत काल में पूरे देश के साथ बरेका भी हर दिन अमृत महोत्सव मना रहा है। हर घर पर लहराता तिरंगा, हमारे उमंग और उत्साह को बढ़ा रहा है। इस उपलक्ष्य में दिनांक 1 अगस्त से 14 अगस्त तक बरेका के सभी विभागों एवं संगठनों द्वारा अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। आजादी के वीर सेनानियों की याद में नुक्कड़ नाटक, रंगोली प्रतियोगिता, देशभक्ति कविता, गीत प्रतियोगिता, काव्य पाठ, नृत्य-संगीत, निबंध प्रतियोगिता, वृक्षारोपण, बंदे भारत की गूंज के साथ स्केटिंग, प्रभात फेरी, नारी शक्ती दर्शाती बरेका की महिलाओं की स्कूटर रैली, मशाल रैली के साथ ही दिनांक 12 अगस्त से 14 अगस्त तक सूर्य सरोवर में भव्य फोटो प्रदर्शनी का आयोजन एवं दिनांक 14 अगस्त को विशाल तिरंगा पदयात्रा ने बरेका परिवार के हर सदस्य के मन में आजादी आन्दोलन के शहीदों के प्रति श्रद्धा एवं सम्मान का भाव जागाया,सभी ने इन कार्यक्रमों में बढ-चढकर भाग लिया और अमृत महोत्सव के अयोजन को महाउत्सव बना दिया।
इसी क्रम में महाप्रबंधक सुश्री अंजली गोयल ने अपने संबोधन कहा कि बरेका देश के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभा रहा है। विगत वर्ष बरेका ने 04 निर्यात रेल इंजन एवं 363 विद्युत रेल इंजनों के साथ कुल 367 रेल इंजनों के निर्माण का रिकार्ड कायम किया। यह बरेका इतिहास में किसी एक वर्ष में सबसे अधिक लोको उत्पादन का रिकार्ड कायम किया। वर्ष 2021-22 में रू.16.43 करोड़ के स्पेयर गैर रेलवे ग्राहक को दिये, जो कि किसी भी वित्तीय वर्ष में दिये गये सर्वाधिक मूल्य का स्पेयर है। इसके अतिरिक्त वर्ष 2021-22 में रू.60.48 करोड़ मूल्य के 4 रेल इंजन मोजाम्बिक को भेजे गये तथा रू. 108.41 करोड़ मूल्य के 9 रेल इंजनों का क्रय आदेश गैर रेलवे ग्राहकों से प्राप्त हुआ है, जिसमें एक रेल इंजन मोजाम्बिक के लिए भी है। इस वित्तीय वर्ष में भी अब तक बरेका को रू. 56.34 करोड़ मूल्य के 6 रेल इंजनों का क्रय आदेश गैर रेलवे ग्राहकों से मिल चुका है। सोलिड वेस्ट के निस्तारण से भी बरेका को वर्ष 2021-22 में रू. 61.21 लाख की आय हुई, जो कि पिछले वर्ष से 38 प्रतिशत अधिक है। बरेका चिकित्सालय ने कोरोना टीकाकरण में अब तक 1.80 लाख के आंकड़े को पार कर लिया है। यह वाराणसी में किसी एक केंद्र पर सबसे अधिक टीकाकरण का रिकार्ड है। बरेका विद्युत विभाग के प्रयास से सौर उर्जा संयंत्र के माध्यम से 43 लाख यूनिट विद्युत का उत्पादन कर रहे हैं, और बरेका कुल खपत का लगभग 23 प्रतिशत सौर उर्जा से पूरा कर रहे हैं। बरेका संरक्षा के प्रति भी पूर्ण जागरूक है, बरेका लगातार तीसरे वर्ष दुर्घटना मुक्त रहा। रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत भारतीय रेल के विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा अब तक लगभग 10000 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है।
इस अवसर पर महाप्रबधंक सुश्री अंजली गोयल द्वारा 75 वर्ष पूर्ण कर चूके अर्थात् अपने जीवन के अमृत काल में प्रवेश करने वाले भूतपूर्व बरेका कर्मियों को सम्मानित किया गया, बरेका परिसर स्थित विद्यालयों के बालिकाओं द्वारा स्वलिखित काव्य-लेख आदि का संग्रह “निहारिका” पत्रिका का विमोचन, हाईस्कूल एवं इंण्टरमीडिएट में सर्वोच्च अंक पाने वाले बरेका इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किये, इसके साथ ही बरेका महिला कल्याण संगठन की ओर से बरेका चिकित्सालय को जांच टेबल एवं विजिटर चेयर भेंट किया गया। तदोपरांत बरेका सांस्कृतिक संस्था के कलाकारों के साथ ही परिसर स्थित चेतना, बाल निकेतन, सेंट जॉन्स स्कूल, संगित महाविद्यालय एवं भारत स्काउट एवं गाइड के बच्चों द्वारा आकर्षक एवं मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जो कार्यक्रम में उपस्थित दर्शकों के मन में देश प्रेम एवं उत्साह की लहर पैदा कर दिया। समारोह में काफी संख्या में बरेका के अधिकारी एवं कर्मचारी के साथ ही बरेका कर्मचारी परिषद के संयुक्त सचिव एवं सदस्यों, ओ.बी.सी. एवं एस.सी.-एस.टी. एसोसिएशन के पदाधिकारीगण ने भाग लिया। इसके अतिरिक्त हजारों की संख्या में बरेका के आस-पास के गावों, कस्बों के लोगों ने भी शिरकत किया।
समारोह के अन्त में धन्यवाद् ज्ञापन जन सम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार ने किया एवं संपूर्ण कार्यक्रम का सुरूचीपूर्ण संचालन अमलेश श्रीवास्तव ने किया।