राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा अपने वाराणसी यात्रा के दौरान हस्तशिल्प व कॉच के बने मोतियों के विकास-विस्तार व इससे जुड़े हुए उद्योग एवं कारीगरों की वर्तमान स्थिति व उसे प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आज दिनांक 13.07.2022 को हस्तशिल्प एवं मोतियों के माला की प्रमुख निर्यातक कम्पनी बनारस बीड्स लिमिटेड, इंडस्टींयल इस्टेट, चॉंदपुर, वाराणसी का भ्रमण किया गया। इस दौरान माननीय महोदया ने कम्पनी में हाथों से बनती हुई रंग-बिरंगी मोती,मोती की माला, हैण्डीक्राफ्ट्स की अन्य वस्तुओं के उत्पादन प्रक्रियां को बारिकी से देखा। उल्लेखनीय है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के उपरान्त वाराणसी व आस-पास के क्षेत्रो में निर्मित होने वाले लकड़ी, कॉच, मीनाकारी व अन्य लघु उद्योगो को वैश्विक पटल पर एक नई पहचान व दिशा मिली है, परिणामस्वरुप पूर्वांचल के रुके हुए आर्थिक विकास को एक नई दिशा मिली है। इसी क्रम में माननीय राज्यपाल द्वारा विशेष रुचि दिखाते हुए कम्पनी बनारस बीड्स लिमिटेड द्वारा निर्यात किये जा रहे लकड़ी, कॉच, ऊन से बने मोतियों को अपने हाथो में लेकर विशेष रुप से उत्पादन की प्रक्रिया, प्रयुक्त होने में कच्चा माल, निर्यात किये जाने वाले देशो के नाम कम्पनी में कार्य रत कर्मचारियों की स्थिति आदि के बारे में जानकारी ली। विशेषकर कॉंच व लकड़ी के मोती जो हाथ से बन रहे थे, उसकी प्रक्रिया को देखकर महामहिम महोदया बहुत प्रभावित व प्रसन्नचित हुई तथा कारीगरों को प्रोत्साहित भी किया। साथ ही उन्होनें कम्पनी द्वारा सामाजिक गतिविधियों के बारे में बनारस बीड्स लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अशोक कुमार गुप्त एवं प्रबंधक शिवानी गुप्ता से जानकारी प्राप्त की एवं कई कर्मचारियों से इस दौरान संवाद किया। अशोक कुमार गुप्त द्वारा बताया गया कि कम्पनी से प्रत्यख एवं परोक्ष रुप से कॉच, लकड़ी, सिरामिक, ऊन व अन्य से निर्मित होने वाले मोतियों व हैण्डीक्राफ्ट्स वस्तुओं को व्यवसाय में हजारो लोग जुडे़ हुए हैं। राज्यपाल महोदया ने इस बात पर काफी प्रसन्नता व्यक्त की कम्पनी की उत्पादन की गतिविधियों में बहुतायत संख्या महिलाओं की है। राज्यपाल के भ्रमण के दौरान बनारस बीड्स कम्पनी के अधिकारी व कर्मचारी आर. के. सिंह, कम्पनी सचिव, विनय कुमार पियुष, मोहित गुप्ता, प्रशांत तिवारी, दिलीप कुमार एवं अन्य प्रबंधक लोग उपस्थित थे।