राज्यसभा सदस्य चुने जाने पर पहली बार शनिवार को काशी पहुँचे कांग्रेस के कददावर नेता व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन के बाद मीडिया से पराड़कर भवन में रुबरुह हुए, प्रमोद तिवारी ने सीधे केन्द्र की मोदी व राज्य की योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी सरकार द्वारा इस देश स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित प्रतीकों पर जिस तरह से हमला किया जा रहा है उनमें अब देश की आन-बान और शान तिरंगा भी शामिल हो गया है। देश के तिरंगा झण्डे का शारदान और स्वर्णिम इतिहास है इसके लिये भारत माता ने अपने जाबाज सपूतों को खोया है। 11 अगस्त 1942 को बिहार सेक्रेटिएट में तिरंगा फहराने की कोशिश में देश के 6 सपूतों की अंग्रेजों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी जिनमे रामानन्द सिंह, सतीश झा, जगत्पति कुमार, देविपदा चौधरी, राजेन्द्र सिंह और रामगोविन्द हैं। रामकृष्णा सिन्हा भी थे जिन्होंने बिहार सेक्रेटिएट के उपर तिरंगा फहराया। ये है कांग्रेस का सुन्दर और स्वर्णिम इतिहास। दूसरी तरफ कर्णाटक में भाजपा के एक पूर्व मंत्री श्री ईश्वरप्पा हैं जो कहते हैं कि 20 साल में हम तिरंगे को बदल देंगे। बताते चले कि तिरंगा झण्डाकेवल कर्णाटक के हुबली के खादी ग्रामोद्योग संगठन संघ द्वारा ही मात्र बनाया जाता है, वर्ष 1957 से यहां पर तिरंगा झण्डा बनाया जाता है, जिसमें 250 से अधिक कर्मचारी हैं। कानून में यह निर्धारित है कि तिरंगा झण्डा केवल खादी का ही बनाया जायेगा, किन्तु कानून को बदलते हुए मोदी सरकार ने यह तय किया है कि अब पॉलिएस्टर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अब इनकी कुदृष्टि झण्डे पर भी पड़ गई है। पोलिएस्टर लायेंगे कहा से चीन से। अब मोदी जी हम दो हमारे दो के अलावां चीन के उद्योगपति को फायदा पहुंचाने के लिये कानून में संशोधन लाये हैं। खादी उद्योग से डेढ़ करोड़ कर्मचारी है, यानी लगभग 10 करोड़ लोग उससे संबंधित हैं, अब ये 10 करोड़ लोगों के रोजी रोटी पर लात मारने की तैयारी कर लिये हैं।
श्री प्रमोद ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में आरएसएस, भाजपा और इनसे सबंधित संगठनों का कोई योगदान तो था नहीं, 52 साल तक आरएसएस ने अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया, हद तो तब हो गयी जब यूथ कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने 26 जनवरी 2001को जब आरएसएस मुख्यालय पर झण्डा फहारने की कोशिश की तो उस पर मुकदमा कर दिया गया। आगे उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में स्वतंत्रता दिवस पर जो तिरंगा फहराया गया था वह भाजपा के झण्डे के नीचे था। भारतीय जनता पार्टी जिस तरह से झण्डे के आस्था पर हमले करती जा रही है वह देश द्रोह नहीं तो और क्या है।
राज्यसभा सांसद ने आगे बोलते हुए कहा कि देश में महंगाई रूकने का नाम नहीं ले रही है, आज देश में 47 साल की सबसे बड़ी बेरोजगारी, तथा सबसे कम विदेशी मुद्रा भण्डार का दंश झेल रहा है मोदी सरकार ने देश की अर्थ व्यवस्था को पूरी तरह से छिन्न भिन्न कर दिया है। हाल ही में रसोई गैस की कीमत 50 रूपये प्रति सिलेण्डर की वृद्धि हुई है। अब एक सिलेण्डर लगभग 1100 रूपये का हो गया है। वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद देश में खाद्यान्न की भारी कमी थी तब इसी वाराणसी के सपूत पूर्व पीएम स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी ने सप्ताह में एक दिन सोमवार को व्रत करने को कहा था, जिसे पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी जी ने हरित क्रान्ति और श्वेत क्रान्ति के माध्यम से देश को आत्मनर्भिर ही नहीं बनाया बल्कि खाद्यान्न के क्षेत्र में सरप्लस बनाया था और हम अपनी आवश्यकता तो पूरी ही करते थे आवश्यकता पड़ने पर दूसरे देशों निर्यात भी करते थे। इस सीजन में लगभग 10 मिलयन टन से अधिक गेहूँ का निर्यात हुआ, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गेहूँ की कीमत लगभग 3600 रूपये प्रति क्विंटल थी और हमारी एमएसपी लगभग 2000 रूपये पर थी यानि लगभग 1600 रूपये प्रति क्विंटल का फायदा निर्यातकों ने उठाया। इन्हें निर्यात किसने करते दिया, बाजार में जो फायदा मिला वह किसकी जेब में गया। किसान की आमदनी तो दोगुनी नहीं हुई, बल्कि उर्वरक की कीमत बढ़ गयी, डीजल की कीमत बढ़ गयी, अर्थातउसकी लागत जरूर दोगुनी हो गयी है।
आगे बोलते हुए श्री तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों को कदम-कदम पर धोखा ही दिया है। किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर जो वादा सरकार ने किया था इन दोनों वादों को मोदीसरकार ने उसी श्रेणी में डाल दिया है जिस तरह 2 करोड़ नौजवानों को प्रतिवर्ष रोजगार देने का और विदेशों से कालाधन लाकर 15 लाख रूपये देने का था। भारत देश अन्य देशों की तुलना में भिन्न है यहांपर अमेरिका या इजराइल मॉडल नहीं चलेगा, जो अग्निपथ भर्ती योजना लेकर ये आये हैं। यहां का हर नौजवान देशभक्ति के लिये और पक्के रोजगारके लिये जाना चाहता है, 4 साल के लिये नहीं। अग्निपथ भर्ती योजना के लिये मोदी सरकार देश के नौजवानों से माफी मांगे और इस योजना को तुरन्त वापस लें।
आगे उन्होंने कहा कि मैं आरोप नहीं लगा रहा सिर्फ निष्पक्ष रूप से जांच की मांग कर रहा हूँ उदयपूर राजस्थान, अमरावती और कश्मीर में हमलावरों के तार सीधे भाजपा नेताओं से जुड़े हैं यह इलेक्ट्रॉनिक चैनल में दिखाया जा रहा है, समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हो रहा है, भाजपा नेताओं के साथ हमलावरों के फोटो दिखाये जा रहे हैं। इन सभी मुददों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिये जनता इन बातों का जवाब जानना चाहती है।
उत्तर प्रदेश सरकार में स्थानांतरण आज एक उद्योग बन गया है जिस तरह सरकार के मंत्री और अधिकारी स्थानांतरण को लेकर मौखिक या लिखित रूप से आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं उससे निसंदेह प्रदेश सरकार की साख गिरी है।
प्रेसवार्ता के पश्चात कांग्रेस पूर्व डा.राजेश मिश्रा, पूर्व विधायक अजय राय, राघवेन्द्र चौबे, राजेश्वर सिंह पटेल आदि नेताओं ने स्मृतिचिह्न देकर राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का स्वागत किया।