अस्सी थाना भेलूपुर स्थिति मकान नंबर बी.6/84 में रह रहे 4 भाइयों में सबसे बड़े भाई केकु गुप्ता को उनके छोटे भाई राजू गुप्ता ने उनके बीबी बच्चों को घर और घर के नीचे चाय की दुकान से निकाल दिया जो आय का एक मात्र जरिया था। बीबी बच्चे तो मायके चले गए लेकिन केकु गुप्ता अब दर दर भटक रहे हैं। इंसान रात दिन तो कही भी गुजार लेता है किंतु पेट की भूख को अब शांत करने कहा जाए। कहा जाता है कि काशी धर्म की नगरी में कोई भूखे पेट नही सोता इसलिए कैसे तैसे केकु गुप्ता ने 7 से 8 दिन तक अन्नपूर्णा अन्न क्षेत्र में खाना खाया किंतु वहा के कर्मचारियों ने जब देख लिया कि अब ये रोज आते हैं तब उनको एक दिन भगा दिया गया। एक दिन इन पर वाराणासी न्यायालय के 2 युवा अधिवक्ताओं शिवेंद्र मणि त्रिपाठी और अमित सिंह की जानकारी में ये बात आई तो उन्होंने बिना किसी फीस के पीड़ित केकु गुप्ता के शिकायत को पुलिस आयुक्त कमिश्ननरेट को पत्र के माध्यम से अवगत कराया, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। आशा है कि वाराणासी पुलिस अब कोई कार्यवाही करेगा, जिससे इस गरीब असहाय की दुकान और घर मिल जाएगा।