वाराणसी दशाश्वमेध घाट के दूसरी तरफ गंगा नदी में दिल्ली से आये दो युवक नहा रहे थे, जो नहाते हुए अचानक गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। दशाश्वमेध घाट पर एनडीआरएफ की टीम तत्काल सहायता के लिए तैनात रहती है जिसकी एक टुकड़ी निरीक्षक विनीत कुमार की अगुवाई में घाट के दूसरी तरफ गश्त कर रही थी। उसी समय लोगों का शोर सुनकर डूब रहे युवकों के जीवन की रक्षा के लिए एनडीआरएफ रेस्कुएर्स ने गहरे पानी में छलांग लगाई और दोनों युवकों को बचा कर सुरक्षित बाहर निकाला।
डूब रहे युवक बिट्टू पुत्र शंभू प्रसाद, आयु- 27 वर्ष और विकास, पुत्र-राजकुमार, निवासी-वजीराबाद, नई दिल्ली के रहने वाले हैं। जो श्री काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन-पूजन के लिए आये थे और गंगा स्नान के दौरान उनके साथ यह हादसा हो गया। जिससे वे हतप्रद हो गए थे, हालांकि दोनों सकुशल स्थिति में हैं।
मानव सेवा में समर्पित एनडीआरएफ की कर्तव्यनिष्ठा और त्वरित कार्यवाही से युवकों की जान बचाने के लिए स्थानीय लोगों ने एनडीआरएफ के कार्य की बहुत सराहना की और दोनों युवकों ने धन्यवाद प्रकट किया । विदित है की एनडीआरएफ की टीमें गंगा घाटों पर मोटर बोट की सहायता से पेट्रोलिंग करती रहती है जिससे किसी भी अप्रिय घटना के समय बहुमूल्य मानव जीवन को बचाया जा सके।