11वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में वाराणसी के नंदेश्वर घाट पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें एनडीआरएफ के सभी बचावकर्मियों ने बढ़-चढ़ कर योगाभ्यास किया। जिसके दौरान ध्यान तथा योग के अलग-अलग आसनों, मुद्राओं और प्राणायाम आदि का उपस्थित कुशल प्रशिक्षकों की देखरेख तथा दिशा-निर्देशन में अभ्यास किया गया। वहीं कार्मिकों को योग के महत्व के बारे में भी बताया गया।
जनपद वाराणसी में इस वर्ष आठवें ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ 21 जून को योग की थीम “मानवता के लिए योग” का भव्य आयोजन के साथ बृहद पैमाने पर मनाने की तैयारी चल रही है जिसमें 14 जून से 20 जून तक ‘अमृत योग सप्ताह’ के रूप में मनाया जा रहा है। उसी कड़ी में एनडीआरएफ भी वाराणसी के विभिन्न स्थलों पर योगाभ्यास करके जन जागरूकता का कार्य भी कर रही है, जिससे स्थानीय लोग भी योग कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं और इसके महत्त्व को समझ रहे हैं। योग भारतीय परंपरा का एक अनमोल उपहार है, ये मस्तिष्क और शरीर की एकता को संगठित करता है। यह केवल व्यायाम तक सीमित नहीं है बल्कि कोरोना जैसी माहामारी और आपदाओं से लड़ने के लिए बचावकर्मियों को शारीरिक व मानसिक शक्ति भी प्रदान करता हैI
इस मौके पर एनडीआरएफ के कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि बचावकर्मियों को आपदाओं में जन मानस की रक्षा एवं बचाव हेतु कई कठिन और विपरीत परिस्थितियों में काम करना पड़ता है और उस दायित्व को सही ढंग से तभी निभाया जाता है जब मस्तिष्क और शरीर संगठित एवं एकाग्र हों। जिसमें योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और व्यक्ति की कार्यकुशलता को बढ़ाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए 11 एनडीआरएफ वाराणसी की टीमें योग कार्यक्रम का आयोजन कर रहीं हैं। जिसमें विभिन्न प्रकार के प्राणायाम और आसनों का अभ्यास करके ‘करें योग रहें निरोग’ का संदेश देते हुए जन जागरुकता का भी प्रयास किया जा रहा है।