मोदी सरकार भारतीय सेनाओं की गरिमा-परम्परा-अनुशासन की परिपाटी से खिलवाड़ कर रही है। ये बातें वाराणसी कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय ने एक बयान जारी कर कहा। कहा कि सेना का ठेकेदारीकरण देश और सच्चे देश भक्त युवाओं के लिए विश्वासघात के समान है।फ़ौज आउटसोर्स का विषय नहीं है। देश की सुरक्षा कोई अल्पकालिक या अनौपचारिक विषय नहीं है, ये अति गंभीर व दीर्घकालिक नीति की अपेक्षा करती है। सैन्य भर्ती को लेकर जो ख़ानापूर्ति करनेवाला लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है, वो देश और देश के युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगा। सेनाओं में रेग्युलर भर्ती रोक 4 साल के ठेके पर फौज भर्ती देश की सुरक्षा के लिए सुखद संदेश नहीं है।चार साल की नौकरी के बाद भर्ती हुए युवाओं के भविष्य का क्या होगा? यह सरकार पूर्ण रूप से असम्वेदनशील है। सबसे महत्वपूर्ण चिंताजनक विषय है की 4 साल बाद युवाओ के भविष्य के क्या होगा ? देश के सैन्य विशेषज्ञ, तीनो सेना के उच्च्तम अधिकारी रक्षा क्षेत्र के जुड़े विशेषज्ञ इस स्कीम पर चिंता व्यक्त किये है।क्या मोदी सरकार इन चिंताओ पर जबाब देगी।