बनारस में आकाश/बायजू नंबर 1 और जेआरएस है नंबर 2 पर
सर्व शिक्षा की राजधानी बनारस की कोचिंग मंडी कोटा के बाद जहां दूसरे स्थान पर है वहीं दूसरी ओर कोरोना काल के विकट परिस्थिति के बाद बनारस की कोचिंग मंडी में कई कोचिंग संस्थानों को बंद करना पड़ा। वैसे तो दुर्गाकुंड क्षेत्र के कबीर नगर में जेआरएस कोचिंग का दबदबा वर्षों से कायम रहा लेकिन कोरोना कहर में इसे काफी संघर्ष करना पड़ा जिसका सबसे बड़ा फायदा देश की सर्वश्रेष्ठ कोचिंग संस्थानों में से एक आकाश और बायजू को हुआ। इसका सबसे बड़ा प्रमाण है कि लगभग 6 हजार से अधिक बच्चों की भारी भरकम संख्या के दम पर बनारस में आकाश ने वर्ष 2021-22 में रु. 20 करोड़ टर्न-ओवर के बदले 3 करोड़ 77 लाख रूपये जीएसटी जमा करना इस बात की गवाही है आकाश ही नंबर वन है।
खबर है कि पिछले 2 वर्षों के कोरोना कहर में जब लोग अपने घरों में कैद हो गये तो इसका सबसे बड़ा असर शिक्षा जगत को हुआ। ऐसे में महीनों इंतजार के बाद ऑनलाइन क्लासेस की सुविधा शिक्षा के क्षेत्र में डूबते को तिनके का सहारा के रूप में सामने आया। अचानक इस अत्याधुनिक शिक्षा पद्धति की रेस में जिस शिक्षण संस्थानों ने खुद को संभाल लिया वे तो बच गए लेकिन अपने सीमित संसाधनों और भारी भरकम किराये के बोझ को सहने में बनारस के दुर्गाकुंड क्षेत्र में कई कोचिंग संसथानों को मैदान छोड़कर भागना पड़ा। जिनमें आज की तारीख में बनारस की कोचिंग मंडी में डॉक्टर और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में प्राइम क्लासेस कबीर नगर, बंसल चेतमणि, जेआरएस पांडेयपुर, ओरिजेन्स रविन्द्रपुरी में ताले लटक गए।
ऐसी विकट परिस्थिति में आकाश इंस्टीटयूट/बायजू ने पहले से अत्याधुनिक आनलाइन शिक्षा सुविधाओं से लैस होने के चलते अपना दबदबा कायम रखते हुए ऐसी तैयारी किया कि मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं में प्रतिवर्ष उत्तर प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ परीक्षा परिणाम रहा है। वहीं दूसरी ओर वर्ष 2021 में इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में भी बनारस के ईशान राज ने AIR 589 अंक के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। जिसका परिणाम रहा की वर्ष 2022-23 में आकाश/बायजू के दुर्गाकुंड और अर्दली बाजार सेन्टर में छात्र-छात्राओं की एडमिशन कराने के लिये होड़ मची हुई है।
बनारस के नंबर 1 कोचिंग को जागरण ने अंतराष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा
इस बारे में इंस्टीटयूट के डायरेक्टर विष्णु देव तिवारी ने क्लाउन टाइम्स से एक अनौपचारिक बातचीत में बताया कि हमारे यहां हमारी संस्था में सर्वश्रेष्ठ शिक्षण सामग्री के अतरिक्त अत्याधुनिक सुवियधाओं के साथ ही बेहतर फेक्लटी होने के चलते चाहे मेडिकल हो या इंजीनयरिंग सभी परीक्षाओं में आकाश/बायजू के बच्चों का प्रदर्शन श्रेष्ठ है। आकाश/बायजू ने कोविड काल में बंद हुए कोचिंग संस्थान प्राइम क्लासेस के डायरेक्टर/केमेस्ट्री टीचर और बंसल के डायरेक्टर/फिजिक्स टीचर को अपने यहां फैकेल्टी में शामिल कर लिया है। तभी तो बनारस के नंबर 1 अखबार दैनिक जागरण ने नंबर 1 कोचिंग इंस्टीटयूट आकाश के डायरेक्टर विष्णु देव तिवारी को दुबई में अंतराष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा है।
जहां तक बनारस के अन्य कोचिंग संस्थानों की बात करें तो जेआरएस में आज भी लगभग ढाई हजार, एल 1 लगभग 2 हजार, ओरिजेन्स लगभग 1500, कैटजी लगभग 500, फिट जी लगभग 300, रेजोनेन्स में लगभग 300 विद्यार्थियों के दम पर अपनी साख बचाये हुए हैं।
कुल मिलाकर मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिये कोटा में फिलहाल लगभग 1 लाख बच्चों ने दाखिला करा लिया है जिसमें एलेन कोचिंग की लोकप्रियता आज भी बरकरार है। बनारस की बात करें तो आकाश इंस्टीटयूट/बायजू में मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिये दाखिला लेने वालों की होड़ मची हुई है। जेआरएस में विद्यार्थियों की संख्या भले ही तेजी से गिरावट हुई है फिर भी उसके डायरेक्टर एके झां पूरी मजबूती के साथ मैदान में डटे हुए हैं जिसका परिणाम है आज भी इंजीनियरिंग और मेडिकल में प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिये विद्यार्थियों की संख्या लगभग बराबर है। इसके अलावा डीपीएस से समझौता होने के चलते अभिभावकों की मजबूरी है कि वे इंजीनियरिंग की तैयारी के लिये अपने बच्चों का दाखिला ओरिजेन्स में ही करायें। कैटजी, फिटजी के अलावा रेजोनेन्स ने भी बनारस के कोचिंग मंडी में बेहतर प्रदर्शन करने में जुटे हैं।
यह तो आने वाला वक्त बतायेगा कि बनारस की कोचिंग मंडी में सर्वश्रेष्ठ कौन है और किसका दबदबा कायम रहता है।