MENU

वाराणसी के सोना तालाब के वाई वेलनेस में मिलेगी अर्ग्रेनिक सब्जियां : रविन्‍द्र जायसवाल मंत्री



 23/May/22

वाई वेलनेस कोई सर्विस या प्रोडक्‍ट नहीं यह एक अभियान है जिसका उद्देश्‍य है सर्वजन हिताय, यानी हमारी देश के सभी मनुष्‍यों का हित हो। कोई भी देश तभी प्रगति करता है जब वहॉं के लोग स्‍वस्‍थ और निरोगी हो वाई वेलनेस का यही उद्देश्‍य है स्‍वस्‍थ और निरोगी समाज की स्‍थापना और इसी उद्देश्‍य को लेकर हम चल रहे है जिसका वाई वेलनेस के इस इभियान का शुभारंभ आज राज्‍यमंत्री रविन्‍द्र जायसवाल ने किया। इस अवसर पर संस्‍था की सीईओ ज्‍योति शर्मा ने बताया कि हमें स्‍वस्‍थ और निरोगी जीवन पाने के लिए बीमारियों को शरीर में प्रवेश ही नहीं करने देना होगा। पिछले कुछ दशक में हमारा खान-पान बहुत प्रदूषित हो गया है। इस प्रदूषण का सबसे ज्‍यादा शिकार है हमतक पहुँचने वाली फल और सब्जियॉं है। अधिक पैदावार और इसे बचाने के लिए कीटनाशक का भरपूर प्रयोग होता हैं। हमारा प्रयास है इस प्रदूषित खान-पान को आपके घरों से दूर कर सके इसके लिए हमने शुरुआत की है। एक ऐसे सिस्‍टम की जिसके जरिए हम अपनी जनता को कीटनाशक रहित ताजा फल और सब्जियॉं उपलब्‍ध करायेंगे। वह भी बाजार भाव पर ही।

इमस मौके पर वाई वेलनेस के निदेशक सुनील शर्मा ने बताया कि वाई वेलनेस संस्‍था किसानों के साथ जुड़कर बिना किसी बिचौलिये के ताजा फल और सब्जियों की खरीद करता है और उन्‍हें अपने प्‍लांट में वैज्ञानिक विधि द्वारा शोधन (ट्रीटमेंट) के जरिए कीटनाशक मुक्‍त बनाता है, इसके अन्‍तर्गत हमारे प्‍लांट में फल-सब्जियों की कई चरणों से सफाई की जाती है। इसके बाद यह आपके घरों तक पूरी साफ-सफाई और सुरक्षा के साथ पहुँचायी जाती है। ये फल और सब्जियां खेतों से तोड़े जाने के अधिकतम 8-12 घंटे के भीतर आपतक पहुँचेगी ताकि इनकी पौष्टिकता बरकार रहे।

संस्‍था के विपणन एवं जनसर्पक जनसर्पक निदेशक अंशुमान सिंह ने बताया कि वाई वेलनेस संस्‍था से जुड़ने वाली हमारी जनता को बाजार भाव पर ही जाती और कीटनाशक रहित सब्जियॉं उनके घरों पर उपलब्‍ध करायी जाएगी। जिसके लिए कोई अतिरिक्‍त शुल्‍क भी नहीं देना होगा। हमारे इस अभियान का हिस्‍सा बनने के लिए आपको हमारी वेबसाइट वाई वेलनेस डॉट काम पर अपना थोड़ा सा वक्‍त देना होता। ताकि आपके सहयोग से हम अपने अभियान विल अगेन्‍स्‍ट अगेन्‍स्‍ट इलनेस को जन-जन तक पहुँचा सके। हमारे इस अभियान की खास बात यह है कि हम ये फल और सब्जियॉं सीधे किसानों के माध्‍यम से उनके खेतों पर ही खरीद करते है और वहीं पर उनको भुगतान भी किया जाता है,जिससे किसान भी खुशहाल रहे। इसके साथ ही हम किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करने के साथ ही उन्‍हें वह सारी सुविधाएं भी उपलब्‍ध करायेंगे जिससे वह बगैर कीटनाश और रासायनिक खाद के प्रयोग से फल और सब्जियों की अच्‍छी पैदावार कर सके।

 


इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

4237


सबरंग