कोनिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में अचानक पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी पहुंचे। उन्होंने जन आरोग्य मेले में आमजन को उनकी आवश्यकतानुसार दी जा रही व्यवस्थाओं को देखा और संतुष्टी जतायी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से वार्ता के दौरान अस्पताल में और बेहतर सुविधाएं सुलभ कराए जाने पर विशेष जोर दिया।
पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ ने बताया कि हर रविवार को मुख्यमंत्री जनआरोग्य मेला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगता है। इसी क्रम में आज कोनिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी इसका आयोजन किया गया। यहां काफी अच्छी व्यवस्था देखने को मिली। सीएमओ और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कोनिया में विधायक निधि से फर्स्ट फेज का काम हुआ है। आगे का कार्य भी बेहतर तरीके से हो इस पर भी उन्होंने आवश्यक कार्यवाही किए जाने का निर्देश दिया और विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि कोनिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले दिनों में मरीजों को शल्य चिकित्सा के साथ ही संपूर्ण चिकित्सकीय सुविधाएं मिले। इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोनिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के फेज-2 के निर्माण कार्य हेतु मानचित्र बनाए जाने हेतु निर्देशित किया गया है। मानचित्र बनाने के बाद विधायक निधि फंड से मई के बाद रुपये अवमुक्त निर्माण काम शुरु कराया जाएगा।
52 पीएचसी पर मुफ्त मिलीं स्वास्थ्य सेवाएं, लाभान्वित हुए 1,790 मरीज
सीएमओ ने बताया कि आरोग्य स्वास्थ्य मेले का उद्देश्य है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हों। हमारा प्रयास है कि इस मेले से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। उन्होंने बताया कि मेला परिसर में प्रवेश करने से पूर्व प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जा रही है। कोविड के खतरे को देखते हुए विभाग पूरी तरह से सतर्क है। सभी लोग सहयोगात्मक व्यवहार करें जिससे जांच, उपचार और दवाओं आदि की सुविधा आसानी से मिल सकेगी।
सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की कि संचारी रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया आदि से बचाव के लिए घर व आसपास ज्यादा दिन तक पानी जमा न होने दें, क्योंकि ठहरे व साफ पानी में ही डेंगू का मच्छर पनपता है।साफ-सफाई का जरूर ध्यान रखें। गर्म व ताजा खाना ही खाएं। पीने के पानी को हमेशा ढक कर रखें व स्वच्छ व साफ पानी का ही उपयोग करें। उन्होंने कहा कि "हर शनिवार व रविवार मच्छर पर वार" को ध्यान में रखते हुए जमा हुए पानी स्रोतों का विनष्टीकरण जरूर करें। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना, दो गज दूरी और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करना न भूलें।
मेले में 1790 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई जिसमें 613 पुरुषों, 933 महिलाओं और 244 बच्चों को देखा गया। इन स्वास्थ्य मेलों में आयुष्मान भारत योजना के स्टॉल लगाकर 106 लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए। इस दौरान कोविड हेल्प डेस्क पर 1238 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गईं, जिसमें 533 व्यक्तियों का एंटीजन किट से कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें सभी व्यक्ति निगेटिव पाये गए। इसके अलावा 92 लोगों की हेपेटाइटिस-बी व सी की जांच हुई, 140 बुखार के, 129 लोगों की मलेरिया जांच में एक भी पॉजिटिव नहीं, 51 लिवर, 94 श्वसन, 179 उदर, 72 मधुमेह, 249 त्वचा संबन्धित मरीज, 7 टीबी के संभावित लक्षण दिखने वाले व्यक्ति, 18 एनीमिक महिलाएं, 38 हाईपेर्टेंशन, 238 महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) एवं 655 अन्य रोगों के मरीज देखे गए। वहीं 27 मरीजों को संदर्भित किया गया। मेले में एक भी बच्चा कुपोषित नहीं पाया गया। 11 मरीजों को चिकित्सीय उपचार के लिए भेजा गया। इसके अलावा 26 मरीजों को आँख की स्क्रीनिंग की गयी जिसमें 2 मरीजों को सर्जरी, 5 मरीजों को जनरल सर्जरी, 2 मरीजों को ईएनटी सर्जरी, 5 मरीजों को ओब्स एवं गायनी सर्जरी व 2 मरीज को अन्य सर्जरी के लिए चिन्हित किया गया। जिला स्तर पर मेले में 93 मेडिकल ऑफिसर एवं 358 पैरामेडिकल स्टाफ ने कार्य किया।