पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी के सतीश गणेश के द्वारा चलाये जा रहे अपराध नियंत्रण एवं अपराधियों के विरूद्ध अभियान में सर्विलांस सेल, क्राइम ब्रांच एवं थाना चेतगंज की संयुक्त टीम को अंतरराज्यीय जालसाज गैंग का पर्दाफाश करने में बड़ी सफलता हासिल हुई। दरअसल अंकित शुक्ला पुत्र सोमेश्वर नाथ शुक्ला निवासी अकथाचौराहा लालपुर थाना पांडेयपुर वाराणसी निवासी ने चेतगंज थाने में लगभग 2 करोड़ के संबंध में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। जिसमें बताया गया था कि टैक्स के राहत दिलाने के नाम पर रेशम फर्म के मैनेजर अंकित को दो जालसाजों ने 1.87 करोड़ का चूना लगाया था। मौके पर एक जालसाज को पकड़ पुलिस को सौंपा भी गया लेकिन छानबीन में उससे कुछ नहीं मिला बाद में एक टीम बनाकर सुरागों का पीछा करते बनारस कमिश्नरेट पुलिस टीम ने दिल्ली और मुंबई में डेरा डाला। छानबीन में काफी चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए। पता चला कि मास्टरमाइंड पंकज भारद्वाज मुंबई के मरीन डाईव में सात सितारा होटल में छिपा है जिसे मुंबई पुलिस कमिश्नरेट के साथ संयुक्त अभियानचलाकर शिकंजे में ले लिया गया। साथ ही कुछ अन्य आरोपियों को भी गिरफतार कर लिया गया है। बनारस पुलिस कमिश्नरेट द्वारा चलाया गया यह सबसे बड़ा अभियान रहा। आठ दिन तक चले इस अंतरराज्यीय ऑपरेशन में लूट की पूरी रकम दिल्ली से बरामद की गई। मुंबई की कमिश्नरेट की शांताक्रूज नाइट कोर्ट से डिमांड पर आरोपियों को लेकर टीम बनारस पहुंची। गिरफतार अभियुक्तों में पंकज भारद्वाज पुत्र शशिकांत शर्मा, रोहन खिची पुत्र भगवान सिंह, तरून गौतम पुत्र हीराचंद, सचिन शर्मा पुत्र रमाकांत शामिल हैं। जिनके उपर 46/22 धारा 419, 420, 406, 120 बी आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अभियुक्तों के पास से 1 करोड़ 87 लाख नगद सात, मोबाइल फोन, विभिन्न बैंकों के आठ एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, लाइसेंस व अन्य आईडी कार्ड बरामद हुए।
अपर मुख्य सचिव गृह उत्तर प्रदेश शासन द्वारा अभियुक्तों की गिरफतारी करने व बरामदगी करने वाली पुलिस टीम को नगद 1 लाख रूपये पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।