लगातार गिर रहा भूजल स्तर चिंता की बात है, वही इस समस्या के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाना भी गंभीर है। यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो देश के लोगों को पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ेगा। अभी भी लाखों लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंचता है। इस समस्या के समाधान का एक तरीका वर्षा जल संरक्षण है, पानी की समस्या की गंभीरता को देखते हुए सामाजिक संस्था सुबह-ए-बनारस क्लब के बैनर तले संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, लक्ष्मी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ० अशोक कुमार राय, महासचिव राजन सोनी, श्री हरिश्चंद्र बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज की प्रधानाचार्या डा०प्रियंका तिवारी, एवं उपाध्यक्ष अनिल केसरी के नेतृत्व में मैदागिन स्थित कालेज के परिसर में जल संरक्षण एवं जल की बर्बादी ना करने के आवाहन के साथ कॉलेज की छात्राओं के बीच शपथ समारोह का आयोजन किया गया। उपरोक्त अवसर पर बोलते हुए संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, लक्ष्मी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ० अशोक कुमार राय, महासचिव राजन सोनी, कालेज की प्रधानाचार्या डॉ० प्रियंका तिवारी एवं उपाध्यक्ष अनिल केसरी ने कहा कि हमारे देश- प्रदेश के कई प्रांत भूमिगत जल की कमी की समस्या से बुरी तरह से जूझ रहे हैं। जिसका अच्छा खासा असर हमारे जिले में भी दिखने लगा है, लोग पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इस गंभीर समस्या से निबटने के लिए हम सबको कदम से कदम मिलाकर साथ चलना होगा। संस्था द्वारा आपके माध्यम से आपसे और आपके पास पड़ोस के साथ परिवार को भी पानी की बर्बादी ना करने की अपील किया जा रहा है, आए दिन देखने को मिलता है कि लोग बेवजह पानी की बर्बादी करते हैं। जबकि पानी उनके जीवन का आधार है, हमे इस मर्म को समझना होगा, जल संरक्षण की ओर एक सकारात्मक पहल करना होगा, तथा भावी पीढ़ी के लिए पानी का संचय करना होगा। जल संरक्षण के माध्यम से भावी पीढ़ी को जल संकट से बचाया जा सकता है। हर देशवासियों को यह संकल्प लेना होगा कि वह जल संरक्षण को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएंगे तथा किसी भी स्थिति में शुद्ध पेयजल को बर्बाद नहीं होने देंगे। सभी काशी वासियों से यह अपील है कि जागरूकता के तहत अपने को जागरूक करने के साथ आस-पड़ोस के लोगों को जागरूक करते हुए निम्न निर्देशों का पालन का संकल्प ले,कि पाइपों से होने वाले रिसन रोंकें, टूटे जोड़, टूटे पाइप तथा टोटिया जल्द से जल्द ठीक कराए, हाथ धोते एवं सेविंग के समय टोटी बंद रखें, पानी के इंतजार में टोटी खुली ना छोड़े, ओवरहेड टैंको से पानी न बहने दे, कार, छत,फर्श तथा सड़क धोने में पेयजल का प्रयोग ना करें, सड़क एवं अन्य निर्माण कार्यों में,जहां पर पेयजल के बिना भी काम चल सकता है, पेयजल का प्रयोग ना करें, नहाने मे जरूरत से ज्यादा पानी न बहाएं इत्यादि चीजों को अपने दिनचर्या में शामिल कर लेंगे तो निश्चित रूप से आप पानी की बर्बादी से बचेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुकेश जायसवाल, डा० अशोक कुमार राय, राजन सोनी,डॉ० प्रियंका तिवारी, अनिल केसरी, नंदकुमार टोपी वाले, प्रदीप गुप्त, सुमित सर्राफ, पारस केसरी सहित कॉलेज की सैकड़ों छात्राएं शामिल थी।