सत्र 2022-25 में सभापति पद के प्रत्याशी अनिल जैन संतोष के मुकाबले भारी अंतर से चुनाव हार गए
बनारस की सबसे प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था श्री काशी अग्रवाल समाज के सत्र 2022-25 के चुनाव परिणाम में सभापति पद पर पीली पर्ची के संतोष कुमार अग्रवाल को कुल 2382 मत मिले। उन्होंने सफेद पर्ची के प्रत्याशी अनिल कुमार जैन को 792 मतों के भारी अंतर से हराकर जीत का परचम लहराया।
चुनाव अधिकारी संजय अग्रवाल ने बताया कि सोमवार शाम को शुरू हुई मतगणना मंगलवार सुबह 7 बजे तक चली। जिसमें अनिल जैन को कुल 1590 मत ही मिले।
काफी गहमागहमी के बीच कुल 7049 मतों में से केवल 4197 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। 55 पदों के लिए 139 प्रत्याशी चुनावी मैदान में रहे, इसमें 33 कार्यकारिणी सदस्य शामिल हैं।
इस बार के चुनाव में भले ही सबसे महत्वपूर्ण पद सभापति पद पर पीली पर्ची के संतोष अग्रवाल व अग्रसेन कन्या पीजी कालेज प्रबंधक पद पर डॉ. मधु अग्रवाल का दबदबा कायम रहा लेकिन अन्य कई महत्वपूर्ण पदों पर सफेद पर्ची के प्रत्याशियों ने पीली पर्ची के प्रत्याशियों को कड़े मुकाबले में हराने में कामयाब रहे।
इस बार के चुनाव में जहां एक ओर सफेद पर्ची के पैनल को जीतने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले उपसभापति पद पर अरुण कुमार अग्रवाल (रुद्रा) को 2205 मत, रिषभ चंद्र जैन 1902 मत, अशोक कुमार अग्रवाल नाटी ईमली 1872 मत, बल्लभ दास अग्रवाल चम्पालाल 1887 मत पाकर विजयी रहे ।
वहीं दूसरी ओर पीली पर्ची के पैनल के साथ पूरे तन-मन-धन के साथ खड़े नीरज अग्रवाल आरके मार्बल 2148 मत पाकर उपसभापति बने।
प्रधानमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर सफेद पर्ची के संतोष अग्रवाल कर्णघंटा ने 2007 मत पाकर पीली पर्ची के डॉ. राजेश कुमार अग्रवाल (1809 मत ) को 198 मतों से हराकर अपना दबदबा कायम रखा।
मंत्री पद पर पीली पर्ची के राकेश जैन 1635 मत पाकर विजयी रहें। अर्थ मंत्री पद पर पीली पर्ची के गौरव अग्रवाल ने 2176 मत हासिल कर सफेद पर्ची के संतोष अग्रवाल (1602 मत) को 574 मतों से हराया। सहायक अर्थ मंत्री पद पर पीली पर्ची से नारायण अग्रवाल (2099 मत ) विजयी हुए।
भले ही सफेद पर्ची के समर्थक श्री काशी अग्रवाल समाज के निवर्तमान सभापति अशोकजी अग्रवाल अपने पैनल के प्रत्याशियों की महत्वपूर्ण पदों की हार से थोड़े मायूस जरूर हैं बावजूद उन्होंने नवनिर्वाचित सभापति संतोष अग्रवाल सहित सभी पदाधिकारियों को बधाई दी। साथ ही समाज के विकास में योगदान देनें का वचन दिया।
अब डिजिटल होंगे सभी कार्य
चुनाव में जीत दर्ज करने वाले नव निर्वाचित सभापति संतोष कुमार अग्रवाल ने सभी के प्रति आभार जताया। कहा कि संस्थाओं के विकास के साथ सभी कार्यों को डिजिटल करने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। साथ ही रोजगार परक कोर्स के लिए योगदान की अपील की।
डॉ. मधु अग्रवाल बनीं अग्रसेन पीजी कॉलेज की प्रबंधक
श्री अग्रसेन कन्या डिग्री कॉलेज के प्रबंधक पद पर कॉलेज के इतिहास में पहली बार पीली पर्ची से महिला प्रत्याशी डॉ. मधु अग्रवाल 1979 मत पाकर विजयी हुईं। उन्होंने सफेद पर्ची के दीपक अग्रवाल (1867 मत) को 112 मतों के अंतर से हराया। सहायक प्रबंधक के पद पर पीली पर्ची से डॉ. रूबी शाह ने सफेद पर्ची के हरीश कुमार अग्रवाल को 250 मतों से हराया। केसरिया पर्ची से गौरव अग्रवाल को मात्र 277 मत ही मिल सके।
इसके अलावा श्री अग्रसेन इंटर कॉलेज के प्रबंधक पद पर सफेद पर्ची से डॉ. रीतू गर्ग 1923 मत के साथ लगातार दूसरी बार निर्वाचित हुईं। उन्होंने पीली पर्ची के अमोद कुमार अग्रवाल 1841 मत को 82 मतों से हराया। सहायक प्रबंधक के पद पर योगेश कुमार अग्रवाल 1672 मत से विजयी रहे।
श्री अग्रसेन महाजनी (इंटर) महाविद्यालय के प्रबंधक पद पर सफेद पर्ची के पंकज अग्रवाल 2105 मत), सहायक प्रबंधक पद पर दिनेश कुमार अग्रवाल 1912 मत विजयी रहे।
अन्य पदों पर इन्होंने भी दर्ज की जीत
मंत्री समाज सेवा के पद पर सफेद पर्ची के गिरधर दास अग्रवाल चम्पालाल ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की।
धर्मशाला मंत्री के पद पर पीली पर्ची से बृज कमल दास अग्रवाल और भंडार मंत्री के पद पर राज किशोर चंद्र अग्रवाल विजयी रहें।
कार्यकारिणी के 33 पदों पर भी सफेद और पीली पर्ची के दावेदारों ने प्रतिद्वंदी को हराकर जीत हासिल की।
इस बार के चुनाव में कहीं न कहीं सफेद पर्ची से सभापति पद के प्रत्याशी अनिल जैन के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार का मामला चुनाव के दौरान सुर्खियों में रहा, जबकि उन्हें लगभग 30 मामलों में क्लीन चिट मिल चुकी है।
बताते चलें कि पूर्व के कार्यकाल में अग्रसेन पीजी कॉलेज के नाम पर करोड़ की जमीन खरीदने में कथित रूप से लगभग 55 लाख का घोटाला, अग्रसेन पीजी कॉलेज के नाम पर प्रबंधक के द्वारा बैंक में अवैध रूप से खाता खोलकर करोड़ रुपये से अधिक धनराशि का खर्चा वकील आदि के नाम पर खर्च करना सवालों के घेरे में है।
वहीं दूसरी ओर लगता है पीली पर्ची के झण्डा बरदार नेता सलिल अग्रवाल फिर एक बार अनिल जैन के कार्यकाल में अग्रसेन पीजी कॉलेज में कथित भ्रष्टाचार के मामले को "बोतल में बंद जिन्न" की तरह उजागर करके नया बवाल खड़ा कर सकते हैं।
चुनाव की घोषणा से पहले भी अनिल जैन को रजिस्ट्रार से लेकर हाईकोर्ट तक पीली पर्ची के समर्थकों को घेरेबंदी किया था, किंतु वहां हार गए, लेकिन चुनावी मैदान में अनिल जैन को पटखनी देनें में कामयाब रहे।
कुल मिलाकर भले ही इस बार के चुनाव में सभापति पद पर सीधी टक्कर में संतोष के मुकाबले अनिल हार गए किंतु उन्हें इस बात का जरूर संतोष है कि सभी पदों और कार्यकारिणी में संख्या बल में सफेद पर्ची का दबदबा अभी भी कायम है। बावजूद इसके मतदाताओं ने काफी सोच, समझकर पूरे विवेक के साथ समाज हित में अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। अब देखना है श्री काशी अग्रवाल समाज के वर्तमान पदाधिकारी गण मतदाताओं की उम्मीदों पर खरे उतरते हैं या नहीं।
अग्रवाल समाज के सभी निर्वाचित पदाधिकारियों को क्लाउन टाइम्स की ओर से शुभकामनाएं।