वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के ठीक सामने स्थित 11 मंजिला 'अन्नपूर्णा ग्रैंडयोर अपार्टमेंट' के एक फ्लैट में दो दिन पहले लगी के मामले में दो बिल्डरों के विरुद्ध सिगरा थाने में FIR दर्ज कराया गया है। मुकदमा फ्लैट मालिक राकेश गुप्ता की तहरीर पर दर्ज किया गया है।
अग्निशमन व्यवस्था में लापरवाही बरतने के आरोप में दर्ज हुआ मुकदमा
अपार्टमेंट के दोनों बिल्डरों आरसी जैन और प्रभात ढंढानिया पर अग्निशमन व्यवस्था में लापरवाही बरतने का आरोप है। राकेश ने सिगरा थाने में दी तहरीर में अपार्टमेंट में अग्निशमन व्यवस्था को लेकर बरती गई लापरवाही और आग से नुकसान का उल्लेख किया है। इंस्पेक्टर धनंजय पाण्डेय का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर छानबीन की जा रही है। राकेश का कहना है कि यदि अपार्टमेंट में आग से सुरक्षा के उपाय होते तो उन्हें करोड़ों रुपए का नुकसान नहीं होता।
आग लगने की प्रमुख वजह
इस मामले में अग्निशमन विभाग का कहना है कि अपार्टमेंट के चौथे तल स्थित फ्लैट में लगी आग के पीछे अब तक की पड़ताल में दो वजह सामने आई है। इसके तहत या तो शॉर्ट सर्किट हुआ है या फिर दीये से आग लगी है। कारण कि, आग लगने के करीब 20 मिनट बाद एसी ब्लॉस्ट हुआ। इसी के बाद गैस सिलेंडर फटा।
दो दिन पहले लगी थी आग
बता दें कि बीते सात अप्रैल की रात अन्नपूर्णा ग्रैंडयोर अपार्टमेंट के चौथे तल स्थित राकेश कुमार गुप्ता के फ्लैट नंबर बी-401 में आग लग गई थी। आग इतनी भयावह थी कि राकेश की पूरी गृहस्थी जल कर खाक हो गई और अगल-बगल के फ्लैट भी उसकी चपेट में आ गए। इस दौरान 50 से ज्यादा बुजुर्गों, महिलाओं व बच्चों को फायर ब्रिग्रेडकर्मियों और पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला था। करीब चार घंटे की कड़ी मेहनत-मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका था।।