उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल डॉ. दयाशंकर 'दयालु' के प्रथम बार काशी आगमन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में उनके स्वागत के लिए बाबतपुर से लेकर शहर के विभिन्न मार्गो पर दर्जनों स्वागत द्वार बनाए गए हैं।
विभिन्न राजनैतिक दलों के अलावा तमाम भाजपा नेता और व्यापारिक संगठन अपने नेता के स्वागत के लिए फूल, माला और गुलाब की पंखुड़ियों के साथ उनके आगमन का इंतजार कर रहे हैं। बताते चलें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी शहर दक्षिणी में जब वर्तमान विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी की सीट फँस गई तो यूपी सरकार के चुनावी रणनीतिकार केंद्रिय गृह मंत्री अमित शाह, प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और सुनील भाई ओझा ने वाराणसी के ताज होटल में वाराणसी नेता दयाशंकर मिश्र 'दयालु' को बुलाकर विशेष मीटिंग किया और सड़क पर उतर कर वाराणसी शहर दक्षिणी के वतर्मान विधायक डॉ.नीलकंठ तिवारी को किसी भी कीमत पर जीताने के लिए निर्देश दिया। कांग्रेश छोड़कर भाजपा में शामिल हुए दयालु अपने नेता का आदेश पाते ही सड़क पर उतर गए और नीलकंठ के समर्थन में नारा लगाने लगे "चप्पा-चप्पा भाजपा"।
दयालु के साथ भाजपा का पूरा संगठन केंद्र की मोदी और सूबे की योगी सरकार के नाम पर शहर दक्षिणी की गलियों में उतर गया और हर तरफ भाजपा की ऐसी लहर चली कि सपा के सबसे मजबूत टक्कर देने वाले किशन दीक्षित को जैसे- तैसे हराने में कामयाब रहे।
दयालु के इस मेहनत का फल है कि उन्हें सीधे सूबे की योगी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल करके उनके मेहनत का फल दिया गया।
दयालु के मंत्रिमंडल में शामिल होते ही उनके चाहने वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, आज उनके प्रथम बार काशी आगमन पर भाजपा नेताओं, दयालु के समर्थकों और व्यापारी संगठनों ने जगह जगह उनके स्वागत की जोरदार तैयारी किया है।
हैदराबाद के भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी और व्यापारी नेता राकेश त्रिपाठी, वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह 'बग्गा' , पापे शर्मा, अनूप दुबे आदि ने मंत्री जी के स्वागत में तन-मन-धन के साथ जुटे हुए हैं।
वैसे तो पीएम मोदी के बनारस से अनिल राजभर, रविंद्र जायसवाल को दूसरी बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया लेकिन डॉक्टर नीलकंठ का पत्ता काट कर दयालु को मंत्री बनाया गया। मंत्रियों के भी विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। जिसमें दयालु को आयुष खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन दिया गया है। साथ ही उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भी जोड़ कर रखा गया है।