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वाराणसी के आठों विधानसभा सीटों पर लहराया भगवा



 11/Mar/22

उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 274 सीटों पर प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज कर जहां एक ओर सूबे की योगी सरकार के नेतृत्व में न केवल दोबारा सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है,
बल्कि भाजपा के समर्थन में कन्हैया मित्तल का सबसे हिट गाना

" जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे, दुनियां में फिर से हम भगवा लहराएंगे ---"
पूरी तरह मुफीद साबित हो गया है।
वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी रण क्षेत्र बनारस में इसी गाने की अगली लाइन गूंज रही है

अयोध्या को सजा दी है, काशी भी सजा दी है...
योगी जी आए हैं, योगी ही आएंगे। संतों की नगरी को बाबा जी चलाएंगे...

2022 विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी रण क्षेत्र बनारस के आठो विधानसभाओं कन्हैया मित्तल के सुपरहिट गीत और पीएम मोदी की लहर का ऐसा जादू चला कि काशी विश्वनाथ धाम को सजाने वाले को काशी की जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं ने सभी सीटों पर भगवा लहरा यह साबित कर दिया कि "संतो की नगरी को बाबा ही चलाएंगे।
बताते चलें कि 10 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में जश्न का माहौल रहा होली से पहले ही भाजपा कार्यकर्ता भाजपा के सुपर हिट गीतों पर झूम कर नाचे और एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली से पहले काशी के रंग को होलियाना रंग से सराबोर कर दिया।
मतगणना में सबसे ज्यादा कांटे की टक्कर वाराणसी शहर दक्षिणी के विधायक और सूबे की योगी सरकार के मंत्री डॉ.नीलकण्ठ तिवारी और किशन दीक्षित के बीच रही। जैसे-जैसे मतगणना का चक्र आगे बढ़ रहा था, नीलकंठ और किशन दिक्षित के बीच 20-20 मैच जैसा रोमांचक मुकाबला देखने को मिल रहा था। कई बार तो ऐसा लगा कि भाजपा की ऐतिहासिक सीट शहर दक्षिणी पर समाजवादी पार्टी का कब्जा हो जाएगा, लेकिन अंतिम 3 चक्रों की मतगणना के बाद स्थिति साफ हो गई कि डॉक्टर नीलकंठ तिवारी दोबारा यहां जीत का परचम लहराने में कामयाब रहे। दक्षिणी का परिणाम आते ही पहाड़िया मंडी में भाजपा समर्थकों के बीच जश्‍न का माहौल हो गया और कार्यकर्ता एक दूसरे को बधाई देने लगे।
इसी बीच सपा प्रत्याशी किशन दीक्षित ने फेसबुक लाइव आकर चुनाव परिणाम पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए सपा कार्यकर्ताओं को पहाड़िया मतगणना स्थल पहुंचने का आवाहन किया लेकिन वे कामयाब नहीं हुए क्योंकि सब कुछ आईने की तरह साफ था जिला प्रशासन ने हर स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी कर लिया था लिहाजा सपा जनों को बैकफुट पर आना पड़ा।
वाराणसी के आठों विधानसभा की बात करें तो वाराणसी शहर दक्षिणी जहां भाजपा के नीलकंठ तिवारी ने 99622 मतों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के किशन दिक्षित को 10722 मतों के अंतर से हराने में कामयाब रहे। किशन दिक्षित को 88900 मतों के साथ हार का सामना करना पड़ा।
वाराणसी शहर उत्तरी में भाजपा के रविन्द्र जायसवाल 134471 मतों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के अशफाक अहमद डब्ल्यू को 40776 मतों के भारी अंतर से बुरी तरह हराने में कामयाब रहे।
अशफाक को 93695 से ही संतोष करना पड़ा।

वाराणसी कैंट से भाजपा के सौरभ श्रीवास्तव ने 147833 मतों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी की पूजा यादव को 86844 के बड़े अंतर से हराया। पूजा यादव केवल 60989 वहीं कांग्रेस के पूर्व सांसद डॉ.राजेश मिश्रा को केवल 23807 मतों से संतोष करना पड़ा।

वाराणसी के शिवपुर से भाजपा के अनिल राजभर ने 115231 मतों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुभाषपा /सपा गठबंधन के डॉ.अरविंद राजभर को 27687 मतों के भारी अंतर से हराया। डॉ.अरविंद को केवल 87544 मतों से ही संतोष करना पड़ा।
पिण्डरा विधानसभा में भाजपा के डॉ.अवधेश सिंह ने 84325 मतों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बहुजन समाज पार्टी के बाबूलाल पटेल को 35559 मतों के भारी अंतर से हराया।
बसपा के बाबूलाल को 48766 के साथ दूसरा और कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय को 48248 मतों के साथ तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
अजगरा सुरक्षित सीट से भाजपा के त्रिभुवन राम ने 100821 मतों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा/ सुभासपा गठबंधन के प्रत्याशी सुनील सोनकर को 9053 मतों के मामूली अंतर से हराया।
सुभासपा के सुनील को 91768 और बसपा के रघुनाथ चौधरी 42069 मतों से ही संतोष करना पड़ा।
रोहनिया सीट से भाजपा/अपनादल (सोनेलाल) से गठबंधन के प्रत्याशी डॉ. सुनील पटेल ने 118663 मतों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा/ अपना दल कमेरावादी के अभय पटेल 46472 मतों के भारी अंतर से हराया। अभय पटेल को केवल 72191 मतों से ही संतोष करना पड़ा।
सेवापुरी विधानसभा से अपना दल के नील रतन पटेल नीलू भाजपा के सिम्बल पर चुनाव लड़कर 105163 मतों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के सुरेंद्र सिंह पटेल को 22531 मतों के भारी अंतर से हरा दिया। सुरेंद्र पटेल को केवल 82632 मतों से ही संतोष करना पड़ा।
कुल मिलाकर प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी रण क्षेत्र बनारस में भाजपा के दोबारा प्रचंड बहुमत से जीत के बाद कहना होगा संतों की नगरी को बाबा ही चलाएंगे।


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