ब्याज समकरण स्कीम (आईईएस) के विस्तार पर टिप्पणी करते हुए फियो अध्यक्ष डॉ. ए शक्तिवेल ने कहा कि आईईएस स्कीम की 1.10.21 से 31.3.2014 तक की निरंतरता ने स्थिरता प्रदान की है जो निर्यातकों को ऐसे समय में मदद करेगी जहां निर्यात के ऑर्डर भारत में तेजी से आ रहे हैं।
यह स्कीम निर्यातकों को उनकी दीर्घकालिक स्थिति पर गौर करने में सक्षम बनाएगी फियो अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि ब्याज में मजबूती आने की संभावना दिख रही हैं इसलिए, इस स्कीम द्वारा प्रदान की गई सहायता बिल्कुल सही समय पर दी जाने वाली मदद है।
उन्होंने प्रधानमंत्री, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, वित्त मंत्री तथा भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर को सहायता करने तथा स्कीम को सुगम बनाने के लिए धन्यवाद दिया। डॉ. शक्तिवेल ने कहा कि 1 अप्रैल, 2022 से प्रदान की गई अग्रिम छूट निर्यातकों की तरलता आवश्यकताओं को कम कर देंगी।