फरवरी 2022 के व्यापार आंकडों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए फियो अध्यक्ष डॉ. ए शक्तिवेल ने कहा कि महीने के दौरान 22.36 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 33.81 बिलियन डॉलर का निर्यात भारत के निर्यात क्षेत्र की निरंतर अनुकूलता को प्रदर्शित करता है। जिस उत्साह के साथ एक्जिम समुदाय ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया है उसने न केवल सेक्टर को बढ़ावा दिया है बल्कि अर्थव्यवस्था की विकास सुधार प्रक्रिया में भी सहायता की है। चालू वित्त वर्ष के दौरान लगातार 11वीं बार मासिक निर्यात के 30 बिलियन डॉलर के पार होने से हम वस्तु निर्यात के 400 बिलियन डॉलर से अधिक होने की राह पर अग्रसर हैं। निर्यातकों के प्रयासों तथा कड़ी मेहनत की प्रशंसा करते हुए डॉ. शक्तिवेल ने प्रधानमंत्री को भी धन्यवाद दिया जिनकी निर्यातकों को की गई अपील ने निर्यातक समुदाय को ऐसा असाधारण प्रदर्शन करने के लिए उत्साहित कर दिया। डॉ. शक्तिवेल ने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम एवं गतिशील नेतृत्व के तहत सरकार द्वारा उठाये गए कदमों के लिए तथा केंद्रीय वित्त मंत्री तथा केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा कपड़ा मंत्री द्वारा इस चुनौतीपूर्ण समय में निर्यातकों पर दिखाए गए भरोसे तथा विश्वास के लिए भी धन्यवाद दिया।
फियो अध्यक्ष ने कहा कि महीने के दौरान जिन शीर्ष क्षेत्रों ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया, उनमें इंजीनियरिंग वस्तुएं, पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न एवं आभूषण, कार्बनिक तथा अकार्बनिक रसायन, इलेक्ट्रोनिक वस्तुएं, कपास सूत/फैब्रिक्स/मेडअप्स, हस्तकरघा उत्पाद आदि, सभी कपडों का आरएमजी, प्लास्टिक्स तथा लिनोलियम एवं चावल शामिल थे। डॉ. शक्तिवेल ने कहा कि इनमें से कई श्रम केंद्रित सेक्टर थे जिन्होंने निर्यात बास्केट में प्रमुखता से योगदान दिया जो अपने आप में एक अच्छा संकेत है जिससे देश में रोजगार सृजन में और सहायता मिलेगी। बहरहाल, 34.99 प्रतिशत की बढोतरी के साथ 55.01 बिलियन डॉलर का आयात एक चिंता का बिंदु है तथा इसका विश्लेषण किया जाना चाहिए। फियो अध्यक्ष का मानना है कि हालांकि सरकार ने निर्यात की सहायता करने के लिए कई उपायों की घोषणा की है, वक्त की आवश्यकता शीघ्र ही ब्याज समकरण स्कीम का विस्तार घोषित करने तथा एमईआईएस के हस्तांतरण की अनुमति देने, स्क्रिप्स की वैधता को बढ़ाकर 24 महीने करने, ईओयू, एसईजेड तथा एडवांस अथोराइजेशन तक रोडटेप को विस्तारित करने एवं रोडटेप एवं आरओएससीटीएल स्क्रिप्स के उपयोग को बढ़ाने की घोषणा करने की है।