सेठएम.आर.जैपुरिया स्कूल्स बनारस के बाबतपुर कैम्पस में भारत रत्न लता मंगेशकर को एक सांस्कृतिक आयोजन में श्रद्धा-सुमन अर्पित किये गये। इस अवसर पर वाराणसी की प्रख्यात गायिका विदुषी डा. रेवती साकलकर मुख्य अतिथी के रुप में उपस्थित रही।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में लता मंगेशकर के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किये गए। इस अवसर पर विद्यालय के गायन कक्ष को उनकी स्मृति में समर्पित करते हुए लता मंगेशकर संगीत कक्ष का नाम देते हुए लोकार्पित किया गया।
अपने स्वागत संदेश में जैपुरिया स्कूल्स बनारस के चेयरमैन दीपक बजाज ने कहा कि कुछ व्यक्ति अपने काम के बल पर अपना नाम अमर कर जाते है और हमें ऐसे व्यक्तियों से प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। लता जी को अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए उन्होनें कहा कि उनकी सहजता,सरलता,और सुरीलापन उनकी याद दिलाता रहेगा।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बच्चे मन के सच्चे,जिंदगी प्यार का गीत है,मेरी आवाज ही मेरी पहचान है आदि गीतों के माध्यम से महान गायिका लता जी को याद किया। अपने सम्बोधन में डा.रेवती साकलकर ने कहा कि संगीत हमारे जीवन में न शांति व एकाग्रता लाता है बल्कि हमें नई उर्जा व उत्साह के साथ जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है।लता दीदी का जीवन संगीत को समर्पित रहा और उनके गीतों की मधुरता अनन्त काल तक बनी रहेगी। इस अवसर पर डा. रेवती ने लता जी के गाये गीत ऐ मेरे वतन के लोगों को सस्वर प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का आयोजन जैपुरिया स्कूल बाबतपुर के संगीत विभाग द्वारा किया गया। इसमें प्रशांत सिंह,पीयूष दुबे, ताहिर अली, पल्लवी पाण्डेय,बबलू कुमार आदि की भूमिका उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम का संचालन छात्रा अलीस्बा खान ने किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या सुधा सिंह ने धन्यवाद प्रकाश करते हुए भारतीय संगीत की मधुरता और उसमें लता मंगेशकर के अतुलनीय योगदान का स्मरण किया। इस अवसर पर जैपुरिया स्कूल के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार बजाज,अधिशासी निदेशक श्याम सुन्दर बजाज, अनिल के.जाजोदिया, आयुष्मान बजाज, वरिष्ठ शैक्षणिक निदेशक नरेन्द्र पाण्डेय इत्यादि उपस्थित थे।