बनारस रेल इंजन कारखाना स्टेडियम में 73वां गणतंत्र दिवस समारोह हर्षोल्लास एवं विविध रंगारंग तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि अंजली गोयल, महाप्रबंधक द्वारा ध्वजारोहण के साथ परेड द्वारा सलामी एवं राष्ट्रीय धुन की प्रस्तुति के साथ हुआ। तत्पश्चात महाप्रबंधक द्वारा रेलवे सुरक्षा बल, नागरिक सुरक्षा दल, सेन्ट जॉन्स एम्बुलेन्स ब्रिगेड, भारत स्काउट्स एवं गाइड्स परेड टुकड़ियों का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर महाप्रबंधक ने बरेका परिवार को वर्ष 2020-21 के लिए सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाई का पुरस्कार मिलने पर बधाई दी। बरेका को आरसीएफ, कपूरथला के साथ संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाई शील्ड से सम्मानित किया गया है। उन्होंने दिसंबर 2021 के दौरान 45 विद्युत रेल इंजन और 51 लोकोसेट मोटर चालित बोगियों को रोलिंग आउट करने के लिए बरेका की टीम को फिर से बधाई दी, जो बरेका के इतिहास में सर्वकालिक उच्च आंकड़े हैं। महाप्रबंधक महोदया ने आगे उल्लेख किया कि बरेका टीम की कड़ी मेहनत और समर्पित प्रयासों से वर्तमान वित्त वर्ष में पिछले वित्त वर्ष की तुलना में समान अवधि में 32% अधिक उत्पादन हुआ।
बरेका ने स्थापना के बाद से 9307 लोकोमोटिव राष्ट्र को समर्पित किए हैं, जिनमें से 8298 डीजल, 1000 इलेक्ट्रिक, 8 रूपांतरण और 1 ड्यूल मोड लोकोमोटिव हैं। यह भारतीय रेलवे की राजस्व उत्पन्न करने वाली उत्पादन इकाई है। 21-22 के दौरान, बरेका ने रु. गैर-रेलवे-ग्राहकों को 9.44 करोड़ के स्पेयर्स की आपूर्ति की और इसके साथ ही गैर-रेलवे-ग्राहकों से बरेका की कुल कमाई 4000 करोड़ रुपये के मील को पार कर गई है। इसके अलावा, 2021-22 में बरेका को गैर-रेलवे-ग्राहकों को 8 इंजनों की आपूर्ति के लिए 93.24 करोड़ रुपये के ऑर्डर प्राप्त हुए हैं। बरेका आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके इंजनों की गुणवत्ता में नियमित सुधार इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस संबंध में डिजाइन विभाग ने शेल निर्माताओं के मार्गदर्शन के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले शेल के निर्माण के लिए एक पुस्तक जारी की है। एमएसई को प्रोत्साहित करने के लिए एक वेंडर मीट का आयोजन किया गया जिसमें 85 घरेलू इकाइयों ने भाग लिया। बरेका हमारे राष्ट्र के युवाओं के कौशल को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में अब तक रेल कौशल विकास योजना के माध्यम से 3809 युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। RKVY को माननीय रेल मंत्री द्वारा लॉन्च किया गया था और बरेका को इसके लिए नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है।
महाप्रबंधक ने पर्यावरण को मजबूत करने की दिशा में टीम बरेका के प्रयासों की सराहना की। इस संबंध में कंचनपुर क्षेत्र में 311 लाख लीटर पानी की क्षमता का 7500 वर्ग मीटर का नया तालाब विकसित किया जा रहा है। यह तालाब न केवल भूजल स्तर को बढ़ाएगा बल्कि क्षेत्र की जलजमाव की समस्या को भी दूर करेगा। उन्होंने बरेका में सौर ऊर्जा उत्पादन की दिशा में किए गए प्रयासों की भी प्रशंसा की, जिससे ग्रिड की खपत में 1.65% की कमी आई। कोविड के खिलाफ लड़ाई में, कोविड की पहली लहर के दौरान बरेका केंद्रीय अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्था करने में कठिनाई देखी गई थी, इसलिए एक ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र चालू किया गया था जिसका उद्घाटन माननीय प्रधान मंत्री द्वारा किया गया था। बरेका टीकाकरण केंद्र में अब तक 1.52 लाख से अधिक वयस्कों, 15 से 18 वर्ष की आयु के 3600 बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। अब तक 60 से अधिक वयस्कों को बूस्टर खुराक दी जा चुकी है। महाप्रबंधक ने बरेका स्काउट्स एंड गाइड्स, सेंट जॉन्स एम्बुलेंस और नागरिक सुरक्षा संगठनों द्वारा प्रदान की जाने वाली सामाजिक सेवाओं का कोविड के खिलाफ लड़ाई में किए गए प्रयासों की प्रशंसा की।
महाप्रबंधक ने कोविड की दूसरी लहर के दौरान बरेका कर्मचारियों को खोने पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने बरेका परिवार से अनुरोध किया कि वे संक्रमण से बचने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें, मास्क, सैनिटाइज़र का उपयोग करें और नियमित रूप से हाथ धोएं। अंत में महाप्रबंधक अंजली गोयल द्वारा महिला समिति की ओर से प्रदत टेलीविजन रेलवे सुरक्षा बल बैरक को भेंट किया । रंग बिरंगी झण्डियों एवं फूल-पत्तियों से सुसज्जित स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में बरेका सांस्कृतिक संस्था द्वारा रंग-बिरंगे आकर्षक परिधानों में देशभक्ति बांसुरी वादन, युगल शास्त्रीय नृत्य, देशभक्ति से ओतप्रोत "हिंद के मतवाले" नाटक रूपक का प्रदर्शन किया गया। महाप्रबंधक ने 73वें गणतंत्र दिवस समारोह के लिए बरेका परिवार को बधाई देते हुए अपने संबोधन का समापन किया और टीम बरेका को भारतीय रेलवे के साथ-साथ देश के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने की शपथ लेने के लिए कहा। समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन जन सम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार एवं कार्यक्रम का सुरूचिपूर्ण संचालन वरिष्ठ अनुवादक अमलेश श्रीवास्तव द्वारा किया गया।