अधिवक्ता को अपने मुवक्किल के प्रति दायित्व का निर्वहन इमानदारी से करना चाहिए
सेंट्रल बार असोसिएशन सभागार में वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. पंडित हरि शंकर पाठक के जयंती समारोह में मुख्य अतिथि जनपद एवं सत्र न्यायाधीश अजय कृष्ण विश्वेश ने कहा कि बार और बेंच के बीच सामंजस्य का होना अति आवश्यक है, न्यायधीश को न्याय करते समय किसी पूर्वाग्रह से ग्रसित नहीं होना चाहिए और अधिवक्ता को अपने मुवक्किल के प्रति दायित्व का निर्वहन इमानदारी से करना चाहिए। छोटी-छोटी समस्याओं को मिल जुल कर सुलझाना होगा साथ ही कहा कि वादकारियों को ऐसे मामलों में न्याय मिलना चाहिए जो न्याय मिलने योग्य हो।
इस अवसर पर जिला जज वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक सिंह, ओमशंकर श्रीवास्तव, संजय सिंह दाढ़ी, रंजन मिश्र, प्रतिमा पाण्डेय विधिक पत्रकारों मेराज फारूकी जुग्गन, घनश्याम मिश्र, वीरेंद्र सिंह, मनोज तिवारी,अंकुर पटेल को स्व. पंडित हरिशंकर पाठक स्मृति चिन्ह व शाल प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन स्व.पाठक की सुपुत्री एडवोकेट जय श्री पाठक, गिरीश पाठक व प्रतीक पाठक ने किया, कार्यक्रम की अध्यक्षता सेंट्रल बार अध्यक्ष मोहन यादव व संचालन महामंत्री अश्वनी राय ने किया। इस दौरान बनारस बार अध्यक्ष धीरेंद्र नाथ शर्मा, अशोक सिंह प्रिंस, अवधेश सिंह, अनिल पाण्डेय, मनोज उपाध्याय, दुर्गा प्रसाद समेत काफी संख्या में अधिवक्ता शामिल रहे।