अग्रणी सामाजिक संस्था संकल्प के तत्वाधान में विगत 23 वर्षो से माह के प्रथम सप्ताह में लगने वाला निःशुल्क क्षय रोग स्वास्थ्य परीक्षण शिविर अब माह के प्रत्येक दिन सुलभ हैं। जहां क्षय रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण डा.हर्षित जैन एवं डा.आंचल अग्रवाल जैन करगें और संकल्प संस्था की ओर से क्षय रोग की दवा निःशुल्क प्रदान की जाएगी। क्षय मुक्त काशी-निरोग काशी अभियान के संयोजक एवं संकल्प संस्था के संरक्षक अनिल कुमार जैन का कहना है कि जिन उद्देश्यों एवं संकल्प को लेकर इस महा अभियान की यह पूण्य यात्रा कुछ मरीजों को लेकर शुरू हुई वह आज भी जारी है। रोगियो को अभियान का लाभ मिल सके और उन्हे अपने रोग के निवारण के लिये एक माह का इंतजार न करना हो और समय से ईलाज सुलभ हो सके, इसके लिए वर्तमान समय में क्षय मुक्त स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का स्थान परिवर्तित कर डॉ. अश्वनी कुमार जैन क्लीनिक मलदहिया हो गया है। जहां अब माह में एक दिन नही, बल्कि माह पर्यन्त क्षय रोगियों का परीक्षण कर केवल दवा निशुल्क प्रदान की जा रही है। रोगियों से आग्रह है कि इस सुविधा का लाभ उठाएं।
चूँकि कोरोना संक्रमण और क्षय रोग के लक्षण लगभग समान हैं इस कारण कोविड19 महामारी काल के समय जब संक्रमण अपने चरम पर था शिविर थोड़ा प्रभावित हुआ, किंतु वर्तमान समय में संकल्प के संरक्षक अनिल कुमार जैन ने मलदहिया स्थित डॉ अश्वनी कुमार जैन क्लीनिक के माध्यम से क्षय रोगियों के सेवा एवं सहयोग के संकल्प को अग्रसर किया है। जहां क्लीनिक में डॉ.हर्षित जैन एवं डॉ.आंचल अग्रवाल जैन के परामर्श से जो भी रोगी क्षय रोग से पीड़ित पाए जाएंगे और वो वहां उपचार कराना चाहेंगे तो संकल्प संस्था की ओर से उपचार के दौरान उन्हें निशुल्क दवाइयां प्रदान की जाएगी।
सुच्य हो कि क्षय मुक्त काशी-निरोग काशी का सपना देखने वाले अनिल कुमार जैन ने काशी को क्षयरोग मुक्त करने की दिशा में वर्ष 1997 में मदर टेरेसा वाराणसी के 14 रोगियों के इलाज ने पहल किया था। समय व्यतीत होता गया और क्षय मुक्त काशी निरोग काशी अभियान धीरे धीरे एक महा अभियान का रूप लेता गया और इस महा अभियान से लोग भी जुड़ते गए और देखते-देखते एक ऐसा कारवां बन गया जिसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। आज इस महा अभियान में अब तक शहर के कई जाने-माने प्रसिद्ध चिकित्सकों डा. अमित जौहरी, डा. राजीव गुप्ता, डा. सतीश चंद्र अग्रवाल, डा. मयंक अग्रवाल, डा. कौशल अग्रवाल, डा. अनुराग चंद अग्रवाल, पैथोलाजिस्ट डा.सुशील जासवाल, डा.समीर अग्रवाल, डा.निर्मल जैन के अलावा कई समाजसेवी एवं धर्मार्थी इसे सफलता के सोपान की ओर ले जाने का दृढ़ निश्चय एवं संकल्प ले चुके हैं। स्थापना वर्ष से प्रारंभ रोगियों के लिए निरंतर प्रत्येक माह लगने वाले चिकित्सा शिविर का परिणाम है कि अब तक इस महा अभियान से लगभग 8500 रोगी पूर्ण रूप से क्षय रोग मुक्त हो चुके हैं।