विधि के क्षेत्र में प्रख्यात अधिवक्ता अनुज यादव भारत रत्न सहित 10 बनारस श्री, 5 बनारस रत्न,व एवम 8 को सर्वोच्च विशिष्ठ नागरिक सम्मान दिया गया
गृहमंत्रालय नई दिल्ली की देख रेख में संचालित संस्था भारत सुरक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा रविवार को मैदागिन स्थित पराड़कर स्मृति भवन में समाज के लिए विभिन्न क्षेत्रों में किये गये उत्कृष्ट कार्यों एवं योगदान के लिए अपने 38वी वर्षगांठ पर विधि के क्षेत्र में प्रख्यात अधिवक्ता अनुज यादव भारत रत्न सहित 10 बनारस श्री, 5 बनारस रत्न,व एवम 8 को सर्वोच्च विशिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया। भारत की प्रमुख संगठन “भारत सुरक्षा परिषद” अपनी 38 वर्षगांठ देश की प्रमुख साहित्यिक नगरी वाराणसी में सम्पन्न हुआ। भारत सुरक्षा परिषद अपने वार्षिक समारोह के दौरान भारत के विभिन्न हिस्सों में जनहित एवं लोक हित में राष्ट्रहित में अपनी उत्कृष्ट योग योगदान करने वाले 8 विशिष्टजनों सर्वश्री चिन्मय चटर्जी "चिन्मयानंद" (प्रमुख समसजसेवी), शशि भूषण राय (उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा के प्रभारी निरीक्षक ), पत्रकारिता के क्षेत्र में इदरीस अहमद, डा.राजकुमार सिंह, श्रीमती सोनी चक्रवाल , डॉ कैलाश सिंह विकास, कृपा शंकर तिवारी (विधि सेवा) डा. जमीरूल इस्लाम (सामाजिक सहयोग व चिकित्सा सेवा) को सर्वोच्च विशिष्ट नागरिक सम्मान -2021 से अलंकृत किया गया।
इसके अतिरिक्त एक विशिष्ठ व्यक्ति डा. रविशंकर (पूर्व केंद्र निदेशक आकाशवाणी, वाराणसी) को बनारस-गौरव तथा 5 विशिष्ट व्यक्तियों सर्वश्री डा. ओम प्रकाश शर्मा (कैंसर रोग चिकित्सा), उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कालिका सिंह (पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण सेवा), डा. ओम किशोर सिंह (वनस्पति विज्ञान एवं शिक्षा सेवा) डॉ. नफीस बानों (उर्दू साहित्य एवं शिक्षा सेवा), अनुज कुमार यादव ( विधि सेवा) को बनारस रत्न एवं सर्वश्री डॉ. अर्चना आदित्य म्हसकर (संगीत सेवा-गायन), डा. अवनीश राय (चिकित्सा सेवा-न्यूरो सर्जरी), डा. मनीष जिंदल (चिकित्सा सेवा-दूरबीन सर्जरी), डा. राघवेंद्र जी दुबे (योग तंत्र आगम शास्त्र सेवा), शैलेश चौरसिया (पत्रकारिता सेवा-इलेक्ट्रानिक मीडिया), डा. राधेश्याम "आनंद" (प्रशासनिक एवं चिकित्सा सेवा), अभय नाथ यादव (विधि सेवा), डा. विश्वेश्वर शुक्ला -पूर्व प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, डीडीयू जिला चिकित्सालय वाराणसी (प्रशासनिक एवं चिकित्सा सेवा),राजबैद्य (डा.) सुभाष श्रीवास्तव (आयुर्वेद चिकित्सा सेवा-पंचकर्म), पं. राकेश कुमार पाठक (ज्योतिष विज्ञान एवं वस्तु शास्त्र सेवा) को बनारस -श्री अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया।
ज्ञातव्य हो कि यह कार्यक्रम देश की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक नगरी काशी (वाराणसी) स्थित बाबू विष्णुराव पराड़कर स्मृति भवन, गोलघर, मैदागिन के मुख्य सभागार में 26 दिसम्बर 2021 दिन रविवार को दोपहर 12 बजे से आयोजित था जो 3 बजे तक था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देश के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी भारत सरकार उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय, कॉपीराइट्स के निवर्तमान डिप्टी रजिस्ट्रार ,तथा वरिष्ठ प्रधान सचिव, सीपीआईबी, नई दिल्ली श्री वी.पी.श्रीवास्तव थे।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि देश के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी भारत सरकार उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय, कॉपीराइट्स के निवर्तमान डिप्टी रजिस्ट्रार तथा वरिष्ठ प्रधान सचिव, सीपीआईबी, नई दिल्ली श्री वी.पी.श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में भारत सुरक्षा परिषद के कार्यो को सराहा और कहा कि आज देश को सच्चे और एक कुशल प्रशासक तथा निष्ठावान व्यक्ति की जरूरत है जो आज भारत सुरक्षा परिषद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में देखने को मिला। श्री श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि आज हम गर्वान्वित हूँ कि हमे देश के धरोहरों को और विशिष्ठ जनो को संवारने और उन्हें सम्मान करने का मौका मिला ऐसे राष्ट्र धरोहरों को कोटि कोटि नमन करता हूं। उन्होंने भारत सुरक्षा परिषद के कार्यो और उसके उद्देश्यों पर विस्तृत प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डा.के.के.जैन ने कार्यक्रम की सराहना करते हुये संगठन के पदधिकारी गण को शुभकामना दी।और देश की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में अध्यक्षता कर रहे अध्यक्ष ने कहा आज के आधुनिक युग में ऐसे कार्यक्रम काफी सराहनीय और अनुकरणीय है। परिषद के अध्यक्ष डा. अरविंद गाँधी एडवोकेट (भारतीय प्रेस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी) ने संगठन पर विस्तृत प्रकाश डाला तथा इस अवसर पर 5 प्रमुख मांग रखी और उसे ध्वनिमत से पारित किया गया जिसमें 1-अधिवक्ता संरक्षण बिल,2-महिला संरक्षण बिल,3-काम काज गारंटी अधिनियम बिल,4-महगाई और मूल्य नियंत्रण बिल, 5-पत्रकार संरक्षण बिल लाए जाने पर जोर दिया गया शामिल है।
कार्यक्रम में युगुल किशोर विश्वकर्मा व राजकुमार सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल थे। धन्यवाद सीपीआईबी की निर्देशिका डा.सविता पूनम ने दिया और आगतो का स्वागत डा. जेड. इस्लाम ने किया।