इनमें से 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री बनाए गए हैं। कैबिनेट का दर्जा पाने वालों में असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, पूर्व वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, पशुपति कुमार पारस, ज्योतिरादित्य सिंधिया,महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे, भूपेंद्र यादव, किरण रिजिजू, मनसुख मांडविया समेत 15 मंत्री शामिल रहे।,
राज्य मंत्री की सूची में मीनाक्षी लेखी, राजीव चंद्रशेखर, पंकज चौधरी, अजय भट्ट, अनुप्रिया पटेल, सत्यपाल सिंह बघेल समेत 28 लोगों को जगह मिली। पीएम मोदी की नई टीम में पूर्व नौकरशाह से लेकर डॉक्टर तक शामिल किए गए हैं। उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य के 7 नए चेहरों को मंत्रिपरिषद में जगह मिली है। मई 2019 में पीएम मोदी का दूसरा कार्यकाल शुरू होने के बाद से मंत्रिमंडल में यह पहला फेरबदल था। इस विस्तार के बाद मोदी की टीम में युवा चेहरों को शामिल किया गया । इसके साथ ही अलग-अलग क्षेत्र और समाज के लोगों को जगह दी गई है।
रविशंकर प्रसाद, जावड़ेकर सहित 12 मंत्रियों की हुई छुट्टी
केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार से पहले कैबिनेट से आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल, पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, श्रम मंत्री संतोष गंगवार की छुट्टी हो गई। इसके अलावा, जिन मंत्रियों ने मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दिया, उनमें सदानंद गौड़ा, बाबुल सुप्रीयो, थावरचंद गहलोत, धोत्रे संजय शामराव, प्रताप चंद्र सारंगी, रतन लाल कटारिया, और देबोश्री चौधरी हैं। राष्ट्रपति ने नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण से पहले सभी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया।