बरेका के लगभग 85 प्रतिशत रेलकर्मियों का टीकाकरण
माननीय प्रधानमंत्री के विश्व के सबसे बड़े और मुफ्त टीकाकरण अभियान के दृष्टिकोण को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए देश में 21 जून को कोविड टीकाकरण अभियान शुरू किया गया । आम जनता में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। मिशन मोड में कोविड-19 टीकाकरण के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुएए बरेका चिकित्सा दल ने तब से 1909 खुराकें दी हैं। इसमें 1457 खुराक आम जनता को दी गई जो कुल दिए गए खुराक का 76 प्रतिशत से अधिक है और शेष रेलवे लाभार्थियों को दिया गया। आज बरेका महाप्रबंधक अंजली गोयल ने टीकाकरण केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान महाप्रबन्धेक द्वारा आवश्य्क दिशानिर्देश दिए गए जिसमें टीकाकरण केद्र में काउन्टररों को दर्शाने हेतु डिस्लेता बोर्ड लगाने एवं दिव्यांगिजनों व वरिष्ठ नागरिकों का सुविधाओं से संबंधित विशेष ध्याकन रखनेए टीकाकरण केंद्र में प्रतिदिन डीप क्लीनिंगए सेनेटाइजेशन एवं साफ-सफाई करने का विशेष जोर दिया प् उन्होने टीका लगा चुके विभिन्न आयुवर्गों के लाभार्थियों जैसे दिव्यांईगजनोंए वरिष्ठश नागरिकोंए युवाओं से व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर टीकाकरण केंद्र में चल रही व्यवस्थाओं का हाल जाना। उन्होने यह बताया कि टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद से बरेका ने जिला प्रशासन की मदद से पात्र लाभार्थियों को अब तक 36000 से अधिक खुराक दी। जिसमें 20000 से अधिक खुराक गैर-रेलवे व्यक्तियों को दी गई। अबतक 9648 रेलवे और 15319 गैर-रेलवे लाभार्थियों सहित कुल 24967 पात्र लोगों को टीकाकरण की पहली खुराक दी गई है। जबकि दूसरी खुराक 6106 रेलवे और 4905 गैर.रेलवे लाभार्थियों सहित कुल 11011 लोगों को दी गई है। 85 प्रतिशत पात्र कर्मचारियों का टीकाकरण करवाकर बरेका ने न केवल उत्पादन को अबाध रूप से जारी रखा है वरन अर्थव्यवस्था को भी सहयोग कर रहा है। टीकों की सभी खुराकों का पूरी तरह से उपयोग करने के लिए विशेष ध्यान रखते हुए बरेका ने एक भी टीका बर्बाद नहीं होने दिया। बुजुर्गों और दिव्यांगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहते हुए। टीकाकरण के लिए आने वाले बुजुर्ग और दिव्यांगों को टीका लगाने के लिए चिकित्साकर्मी उनके वाहन तक जाते हैं। टीकाकरण की आवश्यकता के बारे में जनता को जागरूक करने के लिए टीकाकरण केंद्र पर विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध हैं। मौके पर ही सभी शंकाओं का समाधान किया जाता है। टीकाकरण के पश्चात किसी भी प्रकार की संभावित समस्या की पहचान के लिए चिकित्सकों की देखरेख में टीका लगाए गए व्यक्तियों की निगरानी की जाती है। अभी तक इस प्रकार का कोई मामला नहीं देखा गया। प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए पर्याप्त पंजीकरण और सत्यापन काउंटर स्थापित किए गए हैं। महिलाओं और बुजुर्गों के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। टीकाकरण केंद्र में साफ-सफाई और सामान्य स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता है। रेलवे सुरक्षा बलए सेंट जॉन्स एम्बुलेंस ब्रिगेड और नागरिक सुरक्षा टीम द्वारा भीड़ प्रबंधन किया जाता हैए जिससे कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित होता है।