पूरा देश जब नववर्ष 2021 का जश्न मनाने में डूबा था उसी दौरान वाराणसी के प्रख्यात यूरोलॉजिस्ट डॉ.रविन्द्र साह को काल ने निगल लिया और परिवार सहित बनारस चिकित्सा जगत शोक में डूब गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग बीस दिन पूर्व कोरोना संक्रमण के शिकार हुए और उनका इलाज वाराणसी एपेक्स हॉस्टिल में हुआ। इलाज के पश्चात डाक्टर साहब की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आ गयी किन्तु उनके चेस्ट में संक्रमण गहरा था लिहाजा उन्हें विशेषज्ञ डाक्टरों की सलाह पर एयर एम्बुलेंस से मेदांता हॉस्पिटल दिल्ली भेजा गया, जहां डाक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी हाल ही में डाक्टर साहब ने अपनी डाक्टर बेटी का विवाह काफी धूम-धाम से कराया उसी के तीन दिनों पश्चात उन्हें कोरोना के कहर ने अपना शिकार बनाया और लम्बे इलाज के बावजूद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
डाक्टर साह के आकस्मिक निधन की सूचना मिलते ही वाराणसी के चिकित्सकों में शोक की लहर फैल गयी। उनके निधन की सूचना के पश्चात उनके भाई प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ सुनिल साह के साह मैटरनिटी एण्ड आई हॉंस्टिल के डिस्प्ले पैनल पर शोक संदेश से पूरे परिसर में गम का माहौल रहा। डॉ.सुनिल शाह पूरे परिवार के साथ सीधे कबीर नगर स्थित डॉ. रविन्द्र शाह के अवास पर पहुंच गये, जहां शोक संवेदना व्यक्त करने वालों के आने का सिलसिला जारी रहा।
पूर्वांचल और बनारस के चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में मानवता की सेवा करने वाले डाक्टरों की फेहरिस्त में शामिल बुलानाला स्थित साह नर्सिंग होम के स्व. डॉ.एपी साह व स्व. डॉ. इन्द्रा साह की रक्तधारा की कड़ी में शामिल डॉ. रविन्द्र साह के असामयिक निधन से उनके चाहने वालों को स्तभ्द कर दिया। डाक्टर साहब के पुत्र चैतन्य साह उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए पिछले कई वर्षों से रविन्द्र पुरी स्थित ‘ साह स्पेशलिटी क्लीनिक यूरोलॉजी ’ चिकित्सा सेवा से जुड़े हैं किन्तु डाक्टर साहब के असामयिक निधन से पिता का साया हटने से उनपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। ऐसे में उनपर परिवारिक जिम्मेदारियों के साथ ही मरीजों की सेवा करना चुनौती भरा कदम होगा, जिसे उन्हें बड़े धैर्य और साहस के साथ आगे निभाना पड़ेगा।
क्लाउन टाइम्स परिवार ईश्वर से यही कामना करता है कि डाक्टर साहब के शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी को सहने की शक्ति प्रदान करें।